ट्रक चालकों ने चक्काजाम कर किया विरोध प्रदर्शन

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ मंगलवार को ट्रक चालकों ने दो स्थानों पर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। ट्रक चालकों के साथ आटो चालकों ने भी सड़क पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया। हालांकि पुलिस ने कुछ देर बाद मौके पर पहुंच कर दोनों स्थानों पर चक्काजाम खत्म करा दिया। वहीं, रोडवेज की बसें भी आंशिक रूप से प्रभावित रहीं।
केंद्र सरकार के नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ रोडवेज बस चालक और निजी ट्रांसपोर्टरों ने तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा की है। नए एमवी एक्ट के नियमों में बदलाव को लेकर हड़ताल में शामिल हो गए हैं। राष्ट्रव्यापी इस हड़ताल का असर जिले में भी दूसरे दिन देखने को मिला। रोडवेज की बसें दूसरे दिन मंगलवार को आंशिक रूप से प्रभावित रहीं। वहीं, सरायमीर क्षेत्र के संजरपुर व मुबारकपुर क्षेत्र के सठियांव मुख्य मार्ग पर मंगलवार को पूर्वाह्न ट्रकों चालकों ने नए एमवी एक्ट के विरोध में सड़क पर उतरकर चक्काजाम कर दिया। चालकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संजरपुर में ट्रक चालकों के समर्थन में आटो चालक भी सड़क पर उतर आए। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को हटा कर जाम खुलवा दिया। जाम के चलते दोनों स्थानों पर वाहनों की लाइन लग गई थी।
पटवध प्रतिनिधि के अनुसार- जनपद के आजमगढ़ से बिलरियागंज ,रौनापार, महाराजगंज ,सरदहां ,राजे सुल्तानपुर तक चलने वाले प्राइवेट बस तथा ऑटो रिक्शा और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के ड्राइवर की हड़ताल के चलते ग्रामीण क्षेत्र से कोर्ट, कचहरी ,हॉस्पिटल आने जाने वालों के लिए बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है खास करके ट्रक चालकों की हड़ताल से दूध, सब्जी ,फल डीजल ,पेट्रोल, गैस आदि सामानों के लिए दिक्कत हो रही है। सब्जी, फल और किराना की सामानों के दाम में इजाफा देखने को मिल रहा है। इस बाबत जब रोडवेज के एआरएम से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि आज लगभग 45 परसेंट परिवहन निगम के ड्राइवर अपने काम पर लौटे हैं और परिवहन निगम की गाड़ियां चलाई जा रही है। कल से सम्भवतः परिवहन निगम के सारे ड्राइवर काम पर लौट आएंगे। ड्राइवरों का कहना है कि जो भी सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा नियम के तहत कानून बनाए गए हैं वह ठीक है, होना चाहिए लेकिन कुछ उस कानून में संशोधन करने की भी आवश्यकता है अब देखना है कि आगे ड्राइवर और सरकार में क्या समझौता होता है ड्राइवर किस आधार पर मानते हैं। यह ड्राइवरों का हड़ताल कई प्रदेशों में चल रहा है जिससे रोजमर्रा के समान ट्रकों द्वारा एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश और जनपदों तक पहुंचाये जाते थे लेकिन इस हड़ताल से सरकार की और तमाम कंपनियों की काफी क्षति हो रही है। अब देखना है की प्रदेश सरकार और चालक संघ द्वारा क्या निर्णय लिया जाता है।
रानीकीसराय प्रतिनिधि के अनुसार-वाहनो की हडताल के चलते मंगलवार को सब्जी मंडी मे सब्जियों के दाम मे उछाल आ गया। आलू मटर मे बेहद उछाल रहा। ग्रामीण बाजारों मे और भी उछाल रहा। हिट एंड रन के नये कानून को लेकर सोमवार से अन्य वाहनो के साथ ट्रको ने हडताल कर दी।बाहर से आने वाले आलू.प्याज मटर लेहसुन न आने से जो सब्जियां थी उनमे उछाल आ गया।मंगलवार को काफी उछाल रहने से ग्रामीण बाजारों मे और भी मनमाने दरो पर बिकी।व्यापारी राजेश सिह ने बताया कि बाहर से वाहनो से सब्जियां आई नही जिसका परिणाम रहा दाम बढ गया।प्रतिदिन दस से चौदह ट्रक आलू खपत होती थी यही हाल अन्य सब्जियों के भी थे।मंगलवार को आलू800की जगह 1200 प्रति कुंतल. मटर 300की जगह 4400रुपये कुंतल. टमाटर 250प्रति पेटी की जगह 700रुपये पेटी वही प्याज 1800की जगह 2800 रुपये प्रति कुंतल बिके।

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