श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तर प्रदेश की वाराणसी ईकाई के तत्वावधान में हुआ आयोजन
वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार कमल नयन ‘मधुकर’ को मिला ‘निराला’ सम्मान
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। विश्वप्रसिद्ध कवि और लेखक सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की जयंती की पूर्व संध्या पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तर प्रदेश की वाराणसी ईकाई के तत्वावधान में सिकरौल स्थित मंगलावती कुँज में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान मौजूद पत्रकार साथियों ने निरालाजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार कमलनयन ‘मधुकर’ जी को निराला सम्मान से सम्मानित किया गया।
अपने लेखन में अपनी जीवन को समावेश करते थे निरालाजी
मुख्यातिथि ने श्री मधुकरजी ने कहा कि निरालाजी ने जो जीवन जीते थे उसी को अपने साहित्य में समावेश किया। वे एक ऐसे युगद्रष्टा कवि था जिनके भीतर युगचेतना समाहित थी। उनकी कविताओं में एक सम्वेदना थी जिससे समाज जागरूक होता था। उनको सरस्वती पुत्र भी कहा जाता था। उनकी साहित्य का अंदाज काफी निराला था। उनका सम्पूर्ण जीवन देश और साहित्य सेवा में बीत गया। बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न निरालाजी ने विविध प्रयोगों के साथ छंद, भाषा, शैलीभाव सम्बंधी नवय्तर दृष्टियों को नवीन दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
एक फक्कड़ कवि थे निरालाजी
इसी कड़ी में सेवानिवृत्त शिक्षक और राजनीतिक विश्लेषक डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि निरालाजी एक फक्कड़ कवि थे। अपनी बेटी सरोज की असामयिक मृत्यु के बाद उन्होंने ‘सरोज स्मृति’ कविता-संग्रह लिखी, जो काफी लोकप्रिय हुई। सरोज स्मृति हिंदी में एकमात्र शोक काव्य है। विराट भाव के बीच नीति, श्रृंगार और कभी-कभी व्यंग्य प्रसंगों को पिरोना इसकी अनोखी विशिष्टता है। यह अपने ढंग की ऐसी कविता है जिसमें निरालाजी ने अपने जीवन को भी संजोया था।
छायावादी युग के महान कवि थे निरालाजी
इसके पूर्व यूनियन के अध्यक्ष अमन विश्वकर्मा ने कहा कि हिंदी के महान क्रांतिकारी लेखक निरालाजी हिन्दी कविता के छायावादी युग के एक विशेष कवि के रूप में भी जाने जाते हैं। 21 फरवरी, 1899 में पश्चिम बंगाल स्थित मेदिनीपुर में उनका जन्म हुआ था। अपनी कविता के माध्यम ने उन्होंने शोषण के खिलाफ बगावत की आवाज़ को बुलंद किया था। उन्होंने अपने साहित्य के माध्यम से समाज और देश को जो दिशा देने का काम है उसको आगे ले जाने की ज़िम्मेदारी हम सबकी है। तत्पश्चात उपाध्यक्ष विनोद तिवारी, कोषाध्यक्ष मोनेश श्रीवास्तव, महामंत्री पवन चक्रवाल ने भी निरालाजी की जीवनी पर अपने-अपने विचार रखे। इसके बाद सभी लोगों ने विधानसभा चुनाव पर चर्चा करते हुए मतदाता जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया। कार्यक्रम के तहत यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य आमजन को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे। इस दौरान मयंक कश्यप, भानुप्रताप द्विवेदी, रवि आर्य, सत्यप्रकाश चौहान, संतोष श्रीवास्तव सहित आदि पदाधिकारी और सदस्यों की उपस्थिति रही।