आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। फासीवाद प्रतिरोध के महानायक नायक भगत सिंह शहीद-ए-आजम भगत सिंह और साथियों के सहादत दिवस पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह लाइब्रेरी तहबरपुर और जन संस्कृति मंच ने ओरा गांव में शहीद दिवस समारोह का आयोजन किया। शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद स्वतंत्रता संग्राम, आज का समय संदर्भ भगत सिंह विषय पर परिचर्चा हुई।
भाकपा माले राज्य स्थाई समिति सदस्य कामरेड ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि 1857 से शुरू होकर 1947 तक 90 सालों तक कम्पनी राज और जमींदारों के खिलाफ चले संघर्ष या उसके पिछले संघर्षों में जाएं तो इसी गठजोड़ के खिलाफ हूलों संथालों का संघर्ष हुआ। भगत सिंह और उनके साथी भी इन संघर्षों से प्रेरणा लेते हुए ब्रिटिश साम्राज्य और उसके गठजोड़ से मुक्ति दिलाने में जुट गये। इसीलिए भगत सिंह आज फासीवादी दौर में भी युवाओं के महानायक बने हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष कामरेड जयप्रकाश नारायण ने कहा कि हमारा देश पूरी तरह से कारपोरेट हिन्दुत्व के चंगुल में फंस चुका है। भगत सिंह का विचार आज भी कारपोरेट हिन्दुत्व गठजोड़ से मुक्ति के लिए युवाओं का प्रेरणास्रोत है। कार्यक्रम को द्वारिका प्रसाद, केसरी नारायण ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर का.विनोद सिंह, बृ्रजेश नारायण, जमुना प्रसाद प्रजापति, राम केवल, अशोक राय, संजय राय, सूर्यभान वर्मा, सुरेश राय, रमाकांत यादव, सुरेन्द्र, श्याम लाल, हरिश्चन्द्र यादव, विजय बहादुर, चन्द्रमन राय आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता दीपनारायण उपाध्याय एवं संचालन हेमंत कुमार ने किया।
रिपोर्ट-सुबास लाल