माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अहरौला मतलूबपुर कस्बे से दक्षिण तरफ बूढ़नपुर अंबारी रोड पर हनुमानगढ़ी मंदिर के पास तमसा नदी पर बना वर्षों पुराना पुल काफी जर्जर हो चुका है जिसकी खबर कई अखबारों ने प्रमुखता से छापा था जिसको संज्ञान में लेते हुए विभागीय उच्च अधिकारियों ने पुल के निर्माण तिथि से अब तक के इतिहास को समेटते हुए इसके मजबूती की जांच किए थे जिसमें यह पुल नीचे से कई जगह से जर्जर पाया गया। संबंधित विभाग ने इस पर आवागमन पर रोक लगा दिया।
रिपोर्ट के अनुसार अगर इस पुल पर भारी वाहनों का आवागमन नहीं रुका तो निश्चित रूप से कभी भी यह पुल धराशाई हो सकता है। इसको लेकर बिहार प्रांत के कई पुलों के टूटने और गिरने के बाद सबक लेते हुए सावधानी के चलते पहले से ही पुल पर बैरिकेटिंग लगाकर आवागमन को रोकने की तैयारी कर दी गई। अब बीच सड़क पर पुल पर मात्र 5 फुट की जगह ही बचेगी जिसके बीच से ई-रिक्शा और टेंपो बाइक ही आवागमन कर पाएंगे। विभागीय कर्मचारियों द्वारा बुधवार को पुल के दोनों तरफ बीच में 5 फुट की जगह छोड़कर लोहे का एंगल डालकर आवागमन पर रोक लगा दी गई। इसको लेकर जहां कस्बे के कुछ लोगों को ऐतराज है तो अधिकांश लोग इस एंगल के लग जाने से काफी संतुष्ट हैं। संबंध में संबंधित जेई धर्मेंद्र मौर्य ने बताया कि मीडिया के जरिए लगातार इस जर्जर पुल की शिकायत मिल रही थी। इसीलिए संज्ञान में लेते हुए इस पुल पर निरीक्षण के बाद आवागमन पर रोक लगाई जा रही है। इसके बाद पुल की मरम्मत की जाएगी कुछ ही दिनों बाद यह रोक हटा दी जाएगी।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार