अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। 31 मई, विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर, महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए काम करने वाली गैर-सरकारी संस्था ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान ने अपने बिलारी स्थित कार्यालय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया।
संस्थान के सचिव राजदेव चतुर्वेदी ने कहा कि आज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस है। भारत में तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियों से हर साल 13 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है। इनमें से दस लाख मौतें धूम्रपान करने के कारण से होती है और शेष धूम्रपान रहित (गुटका, खैनी दन्त मंजन) तम्बाकू के कारण होती है। विश्व के कुल कैंसर रोगियों में से आधे रोगी भारत में हैं। कोटपा 2003 कानून में संशोधन करके हम भारत में हर साल हो रही लाखों मौतों को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार कोटपा कानून को और मजबूत करें, जो देश के नवजवानों, के हित मंे है। परिचर्चा में शामिल महिलाओं और पुरुषों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख माड़विया से अपील की, कि सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद बनाने के लिए कोटपा कानून 2003 में कुछ संशोधन किये जाये और उसे मजबूत बनाया जाए।
रिपोर्ट-आशीष निषाद