लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय नगर पंचायत के सिविल लाइन स्थित प्राथमिक विद्यालय लालगंज गली के समीप शारदा भवन परिसर में सत्यप्रिय सिंह की देख-रेख में सात दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है। शनिवार को प्रथम दिन कथा का शुभारंभ कथा वाचक शशिकान्त जी महाराज ने नगरवासियों को एक साथ आरती-पूजन के साथ किया।
कथा वाचक शशिकान्त जी महाराज ने श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान को पाने के लिए मन को निर्मल करना होगा। भगवान के सानिध्य में वही होगा जिसका मन निर्मल होगा, जैसे छोटा बच्चा। भगवान को प्राप्त करने के राम चरित्र मानस का उल्टा-मानस व चरित्र को सुधारना होगा तब तीसरे नम्बर पर भगवान के दर्शन होंगे। चित्र नहीं चरित्र को सुधारने की बात होनी चाहिए। लोग ब्यूटी पार्लर में जाकर चित्र सुधार ले रहे है परन्तु चरित्र बिगड़ता जा रहा है। भारत में चित्र नहीं चरित्र की पूजा होती है। दुष्ट व्यक्ति को दूर से प्रणाम करो, जोंक की तरह होता है। सन्त को नजदीक से क्योंकि दुष्ट व्यक्ति मिलता है तो दुःख देता है सन्त छोड़ता है तो दुःख होता है। प्रथम दिन की कथा श्रवण के समापन के बाद श्राद्धालुओ ने भगवान की आरती किया। आरती के उपरान्त प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर राममिलन पाठक, अवनीश, समरबहादुर सिंह, मुन्द्रिका प्रसाद गिरी, डा.प्रदीप राय, राजकपूर शुक्ला, सत्यप्रिय सिंह, संजय उपाध्याय, गौरव कुमार रघुवंशी, कृष्ण कुमार मोदनवाल, सुषमा सिंह, रेखा सिंह, साधना, रंजना, संजीव सिंह, विनय सिंह, इन्द्रसेन सिंह, पीयूष पाण्डेय, दिनेश यादव, कृपाशंकर सिंह, हरिशंकर मोनू, बालकृष्ण, प्रेम शंकर सिंह झप्पू, संध्या राय, बबिता सिंह, प्राची सिंह, संध्या उपाध्याय, लीलावती, गुंजा, ज्योति मोदनवाल, प्रदीप यादव, जयसिंह चौहान, विनीत राय, पवन सिंह, नीरज आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद