मेंहनगर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय थाना क्षेत्र के शेर्रा गांव में सोमवार की दोपहर मायका में रह रही विवाहिता खूशबु उम्र 26 ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। यह घटना तब घटी जब परिजन खेत पर गए थे। वापस लौटी बूढ़ी मां ने जब घर का दरवाज़ा खोला तो अंदर का दृश्य देखकर आंखें फटी की फटी रह गई। जवान बेटी की शव फंदे पर लटका देख मां बेहोश हो गई। सूचना पर पहुंची मेंहनगर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर शव को मोर्चरी हाउस भेजवाया।
मेंहनगर थाना क्षेत्र शेर्रा गांव निवासी चन्द्रकेश को छः बेटियों के बाद एक बेटा है। बड़ी बेटी खूशबु की शादी बड़े धूमधाम से जहानागंज थाना के बीनासे गांव के नन्दलाल से वर्ष ,2021 में किया था। नन्दलाल शादी के पहले से ही रोजी-रोटी कमाने के चक्कर में सऊदी अरब में रहता है और शादी के 6 माह बाद भी वह कमाने सऊदी अरब चला गया और इधर खूशबु को एक वर्ष पूर्व एक बिटिया को जन्म दिया।
बताते चलें खूशबु का पड़ोसी प्रताप जो कि नन्दलाल की अनुपस्थिति का फायदा उठाने के चक्कर में आए दिन खूशबु को भद्दी हरकतों से परेशान किया करता था, जिसकी शिकायत उसने सऊदी अरब में रह रहे पति नन्दलाल से कई बार किया था। घर में केवल बुढ़ी सांस ही खूशबु के साथ रहती थी। पड़ोसी प्रताप के हरकतों से तंग खूशबु ने 30 जून 2023 को इसकी जानकारी अपने मायके में दिया। खूशबु की मां ने अपने रिश्तेदार को भेजकर खूशबु को 1 जुलाई को शेर्रा गांव स्थित मायका बुला लिया। लेकिन अगले दिन बीनासे पुर गांव निवासी प्रताप शेर्रा गांव आ गया, जहां खूशबु की मां और बहनों ने भला बुरा कहकर भगा दिया। इसी बीच सोमवार को जब खूशबु की मां और बहन खेत पर काम करने गईं थीं तभी प्रताप पंहुचा और खूशबु के साथ जोर जबरदस्ती करने लगा। खूशबु के चिल्लाने पर छोड़कर फरार हो गया। छुब्ध होकर खूशबु ने घर में रखी रस्सी से फंदा लगाकर जान दे दी।
खूशबु के पिता दिहाड़ी मजदूरी का काम करता है। घर में अभी पांच बेटियां शादी के लिए बचीं है। एक मात्र खूशबु ही शादीशुदा थी। परिवार में एक छोटा बेटा मात्र 11 वर्ष का है। उधर मृतका के पास मात्र 1 वर्ष की नन्ही बच्ची है। जबकि पति नन्दलाल सऊदी अरब में है। बेटी के इस तरह से चले जाने से मां और बहनों का रोते रोते बुरा हाल है।
रिपोर्ट-धीरज तिवारी