मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र सिंह का मामल
आजमगढ़ (सृष्टि मीडिया)। नगर कोतवाली क्षेत्र के रैदोपुर एलवल निवासी प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र सिंह उर्फ टुनटुन की हत्या के मामले में उनके भाई प्रभाकर की तहरीर पर सिधारी पुलिस ने डीएवी पीजी कालेज के दो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों सहित चार को नामजद व तीन अज्ञात के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस किसी मुकाम तक नहीं पहुंच सकी थी।
शहर कोतवाली क्षेत्र के रैदोपुर एलवल निवासी राघवेंद्र उर्फ टुनटुन सिंह 36 वर्ष सोमवार की रात किसी कार्य से सिधारी थाना क्षेत्र में गया हुआ था। इसी दौरान बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने उस पर फायरिंग कर दी। गोली लगते ही वह जमीन पर लहूलुहान होकर तड़पने लगा। गोली की आवाज से पूरा क्षेत्र थर्रा उठा। घटना को अंजाम देने के बाद असलहा लहराते हुए फरार होने में सफल रहे। स्थानीय लोगों ने घायल टुनटुन को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था।
घटना की जानकारी के बाद आलाधिकारियों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे थे कप्तान
आजमगढ़। सोमवार की देर शाम रैदोपुर एलवल निवासी राघवेंद्र को बाइक सवार बदमाशों द्वारा गोली मारे जाने की सूचना मिलने पर जनपद पुलिस के मुखिया अनुराग आर्य सहित आसपास के थानों की फोर्स भी घटना स्थल पर पहुंच कर छानबीन करने लगी लेकिन पुलिस न घटना स्थल के साथ-साथ घटना के पीछे की कहानी की भी जानकारी नहीं जुटा सकी थी।
गिरफ्तारी और जांच के लिए लगायी गयी तीन टीमें
आजमगढ़। प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस कप्तान ने हत्यारों की गिरफ्तारी, घटना के पीछे की कहानी सहित कई बिन्दुओं की जांच के लिए तीन टीमें गठित कर उन्हें जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी सहित घटना के पीछे की कहानी आखिर किस वजह से राघवेंद्र की हत्या हुई की पूरी तहकीकात करने का निर्देश देते हुए घटना का पटाक्षेप करने को कहा।
कई बिन्दुओं पर जांच कर रही है पुलिस: एसपी
आजमगढ़। सोमवार की देर शाम सिधारी थाना क्षेत्र में हुई प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र सिंह की हत्या के मामले में कप्तान ने बताया कि कई बिन्दुओं पर जांच की जा रही है जिसमें पुरानी रंजिश सहित कई ऐसे बिन्दु हैं जिनकी सतही जांच शुरू की गयी है जिससे घटनाक्रम की कहानी सामने आ सके और ऐसे हमलावरों को जेल भेजा जा सके जिन-जिन की इसमें भूमिका रही हो।
एक दिन बाद भी अबूझ बनी रही पुलिस
आजमगढ़। प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र सिंह की हत्या की यदि बात करें तो एक दिन बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली रहे जबकि घटना के पटाक्षेप और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच, एसओजी सहित कुल तीन टीमें लगायी गयी थी लेकिन पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली थे। सूत्रों की मानें तो पुलिस कईयों को हिरासत में लेकर पूछताछ तो कर रही है लेकिन राघवेंद्र हत्या काण्ड के पीछे की क्या कहानी है, अभी भी अबूझ पहेली बनी हुई है।
पीएम हाऊस से लेकर मृतक के घर तक तैनात रही फोर्स
आजमगढ़। प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र की हत्या के बाद जहां पूरे शहर में अफरा तफरी का माहौल बन गया था वहीं हर कोई घटना की जानकारी लेने में जुटा था तो पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह हांफता नजर आया। पीएम हाऊस पर जहां अपार जनसमूह उमड़ पड़ा तो वहीं मृतक के घर से लेकर पीएम हाऊस तक भारी पुलिस बल तैनात रहा।
रमाकांत उर्फ रामा हत्या में मुख्य आरोपी था राघवेंद्र
आजमगढ़। प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र की हत्या के पीछे पुरानी रंजिश या कुछ और है, यह तो पुलिस की तहकीकात के बाद सामने आ सकेगा। लेकिन हो रही चर्चाओं की यदि बात करें तो कुछ लोग पुरानी रंजिश की बात कह रहे हैं तो कुछ लोग इसे सिरे से खारिज कर रहे हैं। 2015 में कालेज परिसर में छात्रों के विवाद में हुई रमाकांत उर्फ रामा की हत्या का आरोपी था राघवेंद्र। राघवेंद्र सहित उसके भाई पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। न्यायालय से जमानत पर कुछ दिन पूर्व बाहर आया था।
सीसी टीवी फुटेज, मृतक की मोबाइल के जरिए मिल सकते हैं सुराग
आजमगढ़। प्रापर्टी डीलर राघवेंद्र हत्या काण्ड में पुलिस कई बिन्दुओं पर जांच कर रही है जिसमें सीसी टीवी फुटेज, मृतक की मोबाइल अहम भूमिका निभा सकती है कि उस वक्त कितने लोगों का काल मृतक की मोबाइल पर आया था। मृतक के भाई की मानें तो जब उसने अपने भाई की मोबाइल पर काल किया था तो वह घबराया हुआ नजर आ रहा था। मृतक के भाई की बातों से ऐसे लग रहा था कि राघवेंद्र को सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम देने की भूमिका बना ली गयी थी।
रिपोर्ट : उमेश राय