आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। लोकसभा चुनाव के बाद पुलिस अधीक्षक ने विभागीय कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा शुरू कर दी है। अहरौला थाने से निलंबन की कार्रवाई शुरू कर कप्तान ने संदेश दे दिया है कि कार्यों में लापरवाही बरतने वालों के साथ नरमी नहीं बरती जाएगी। दो उपनिरीक्षक व एक आरक्षी को निलंबित करने के साथ एसपी ने विभागीय जांच का भी आदेश दिया है।
अहरौला थाने के उप निरीक्षक अवधेश यादवएवं आरक्षी अश्वनी यादव द्वारा वादी की तहरीर पर बिना विधिक राय प्राप्त किए ही 8 जून को अभियोग पंजीकृत किया गया तथा उक्त अभियोग से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र को जनसुनवाई रजिस्टर में अंकित करने में लापरवाही, पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता, स्वेच्छाचारिता व उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश एवं उच्चाधिकारीगण द्वारा दिए गए आदेशों/निर्देशों की अवहेलना की गई।
इसी क्रम में एसपी ने चौकी प्रभारी माहुल शिव सागर यादव को पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता तथा स्वेच्छाचारिता बरतने पर निलम्बन कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। उन पर स्थानीय थाने पर पंजीकृत अभियोग में 10 माह का समय व्यतीत होने के उपरान्त भी अपहृता की बरामदगी हेतु सार्थक प्रयास न करके मुकदमें को अनावश्यक रुप से लम्बित रखने तथा लोक सभा सामान्य निर्वाचन- 2024 के दौरान एनबीडब्लू की गिरफ्तारी, आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही, निरोधात्मक कार्यवाहियां, प्रकाश में आये गो-तस्करी के अभियुक्तों का सत्यापन व निरोधात्मक कार्यवाही व हिस्ट्रीशीटरों की नियमित रूप से निगरानी न करने हेतु पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता व स्वेच्छाचारिता बरतने का आरोप है।
रिपोर्ट-सुबास लाल