आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के उत्तर देवारा क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी एक बार फिर से उफान मारी तो रुकने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को इस वर्ष के अब तक का रिकार्ड टूट गया और नदी का जलस्तर मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर से 84 सेमी ऊपर पहुंच गया। यानी जलस्तर 72.52 मीटर रिकार्ड किया गया। इससे पहले 11 अगस्त को पहली बार जलस्तर 72.39 दर्ज किया गया था। 24 घंटे के अंदर जलस्तर में 30 सेमी की वृद्धि हुई है और बाढ़ का पानी महुला-गढ़वल बांध तक पहुंच गया है।
हालात को देखते हुए एसडीएम नरेंद्र कुमार गंगवार ने महुला-गढ़वल बांध के उत्तरी क्षेत्र के कक्षा एक से आठ तक के सभी परिषदीय व निजी विद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया है। नाव की संख्या 12 से बढ़ाकर 36 कर दी गई है।
जलस्तर बढ़ने के बाद देवारा खास राजा ग्रामसभा के झगरहवा का पुरवा, कोमल का पुरवा, बासू का पुरवा, बगहवा का पुरवा, चक्की हाजीपुर, लाला का पुरवा, पालकी का पुरवा, बांका, बूढ़नपट्टी, सोनौरा, अजगरा मगर्बी, अभ्भन पट्टी, भदौरा, शाहडीह सहित 15 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। दर्जन भर गांवों के रास्ते एक बार फिर डूब गए हैं। जलस्तर बढ़ने पर प्रशासन की ओर से नाव की संख्या बढ़ाकर 12 से बढ़ाकर 36 कर दी गई है। चक्की हाजीपुर में आठ नावों का संचालन शनिवार को शुरू कर दिया गया, तो वहीं सोनौरा में दो, हाजीपुर में एक, बांका में तीन, मानिकपुर में दो, हाजीपुर में एक, शाहडीह में चार, अजगरा मगर्बी में दो, अराजी अजगरा मगर्बी दो, देवारा गरीब दुबे में एक, देवारा आंचल सिंह में एक, देवारा खास राजा में पांच, बूढनपट्टी में तीन नावों का संचालन हो रहा है। एसडीएम सगड़ी और तहसीलदार ने ड्यूटी में लगाए गए पुलिसकर्मियों से कहा की क्षमता के हिसाब से ही नाव पर लोगों को आने-जाने दें। अगर कोई ग्रामीण सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं कर रहा है, तो तुरंत सूचना दें। गांवांे के पानी से घिरने के कारण पशुओं के लिए हरे चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। छह विद्यालयों में बाढ़ का पानी घुस गया है, तो बाकी घिर गए हैं।
इस बीच सैंतालीसवें दिन भी गिरजा, शारदा व सरयू बैराजों से छोड़े गए 3,19,528 क्यूसेक पानी से बाढ़ का खतरा बढ गया है। इस प्रकार अब तक 1,31,73,217 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 25 जुलाई को पानी नहीं छोड़ा गया था। शुक्रवार को मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास नदी का जलस्तर 72. 22 मीटर था, जबकि 24 घंटे में 30 सेंटीमीटर बढ़ाव के साथ शनिवार की शाम चार बजे 72.52 मीटर दर्ज किया गया।
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एसडीएम को ग्रामीणों ने बताया समस्या का इलाज
आजमगढ़। हर साल सरयू नदी की बाढ़ से बेहाल ग्रामीण जब सामने मिले एसडीएम तो उन्हें समस्या का इलाज भी बता डाला। एसडीएम नरेंद्र कुमार गंगवार, तहसीलदार विवेकानंद दुबे सभी बाढ़ चौकियो का निरीक्षण करने के साथ कर्मचारियों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया। उसके बाद नाव से चक्की हाजीपुर गांव पहुंच गए। वहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। सामान्य दवाआंे के साथ एंटी स्नेक वेनम बारे में जानकारी प्राप्त की। डॉक्टरों ने बताया कि उपलब्ध है। गांव निवासी रामनिवास, पारसनाथ यादव, छोटेलाल यादव, रामजन्म आदि ने कहा कि गांव से 1 किलोमीटर तक रास्ता को एप्रोच मार्ग तक रास्ते को उच्चीकरण कराया जाए, तो बाढ़ के समय नाव की जरूरत नहीं पड़ेगी और 90 प्रतिशत समस्या खत्म हो जाएगी।
रिपोर्ट-सुबास लाल