करीब 15 मिनट तक होता रहा हंगामा, पहुँची पुलिस
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। मंडलीय अस्पताल में जमकर लात-घूसे चले। इलाज के लिए आए मरीजों के तीमारदारों ने बवाल किया। एक-दूसरे को मारा पीटा। कपड़े भी फाड़े। इसमें महिलाएं भी शामिल थीं। अस्पताल में गाली गलौज चल रहा था। लोग अस्पताल के गेट से लेकर वार्ड और OPD तक में मारपीट करते हुए घुस गए। करीब 15 मिनट तक हंगामा होता रहा। इस दौरान पुलिस ने आकर हंगामे पर काबू किया। पांडेयपुर के निवासी मनोज गुड्डू ने बताया कि मेरी साली रीना को दहेज प्रथा के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। वह कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती थी। हमारे चचिया ससुर ने बताया कि साली रीना ने जहर खा लिया है। कबीरचौरा पुलिस चौकी पर गए तो वहां पर पीड़िता के परिजन थे। उसके बाद हम लोग पीड़िता को खोजते हुए कबीरचौरा अस्पताल में आए।
मौके पर मचा हड़कम्प
यहां पर लड़की की खोज कर रहे थे कि वहां पर करीब 25 लोगों ने हमें रोका। ससुराल पक्ष की ओर से आए थे। जब हम लोग अस्पताल के अंदर जाने लगे तो उन्होंने हमारी पिटाई कर दी। जबरन, हाथापाई करते हुए अस्पताल से बाहर कर दिया। गालियां देते हुए कहने लगे कि लड़की से क्या मतलब है। भाग जाओ। इस मारपीट में अस्पताल के कई स्टाफ को भी चोटें भी आईं हैं। पीड़िता की बहन रेनू ने ससुराल वालों के खिलाफ चौक थाने में एक तहरीर भी दी है। इसमें कहा है कि रामनगर में उसकी बहन को जहर खिलाया गया। बुरी तरह से मारा पीटा गया। बहन का ससुराल रामनगर में ही है। उसको कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बहन की जेठानी के भाई ने अस्पताल में पीड़ित के भाई को खूब मारा पीटा है। बहन को प्रताड़ित करने की कहानी 7 साल से चल रही है। उसे कई बार जहर देकर मारा-पीटा गया है। उसके जान को खतरा है। पुलिस से गुहार लगाते हुए बहन रेनू ने कहा कि बहन को पुलिस की सुरक्षा दी जाए।