आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तरी क्षेत्र में बहने वाली सरयू (घाघरा) नदी ने दूसरी बार अपनी चाल बदली और 24 घंटे के अंदर जलस्तर में आठ सेमी की वृद्धि रिकार्ड की गई। जलस्तर में 18 जुलाई से शुरू वृद्धि लगातार छह दिनों तक कम होने के बाद 29 जुलाई से फिर बढ़ाव पर है। इस बीच इक्कीसवें दिन भी छोड़े गए 2,92,684 क्यूसेक पानी ने खतरे की दस्तक देनी शुरू कर दी।
24 घंटे के अंदर 8 सेमी की वृद्धि से मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाला के पास जलस्तर खतरा निशान 71.68 मीटर से 42 सेंटीमीटर नीचे जलस्तर 71.26 मीटर पर पहुंच गया, जबकि रविवार को यहां का जलस्तर 71.18 मीटर रिकार्ड किया गया था। यानी 24 घंटे में आठ सेमी की वृद्धि से ग्रामीणों की बेचैनी फिर से बढ़ने लगी है। वहीं तहसील प्रशासन ने कटान प्रभावित झगरहवा पुरवा के 18 लोगों को घर खाली कर सुरक्षित स्थान पर जाने का नोटिस जारी कर दिया है। इसमें तमाम लोगों ने घर खाली करना शुरू कर दिया था।
आठ जुलाई से पानी छोड़ने का क्रम इक्कीसवें दिन सोमवार को भी बना रहा और तीन बैराजों से 2,92,684 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बीच में 25 जुलाई को पानी नहीं छोड़ा गया था। इस प्रकार अब तक 63,10,002 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। जलस्तर बढ़ने और लगातार पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों की चिंता बनी हुई है।
फिलहाल झगरहवा में तीन दिनों बाद फिर से कटान शुरू हो गई है। हालांकि राहत की बात यह कि गांवों के रास्तों पर अभी पानी पहुंचने की स्थिति नहीं दिख रही है।
जलस्तर में तीन महीने उतार-चढ़ाव के कारण प्रशासन अभी भी अलर्ट मोड में है। प्रशासन की ओर से बचाव व राहत कार्य के लिए 10 बाढ़ चौकियों की स्थापना के साथ 14 स्थानों को राहत शिविर के लिए चयनित किया जा चुका है। बाढ़ खंड विभाग के साथ तहसील प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है। रविवार को एसडीएम सगड़ी नरेंद्र कुमार गंगवार ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा कर स्थिति की जानकारी ली।
रिपोर्ट-सुबास लाल