आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के देवारा क्षेत्र में बहने वाली सरयू (घाघरा) नदी का जलस्तर मंगलवार को स्थिर हो गया है। सोमवार की तरह से नदी खतरा निशान 71.68 मीटर से 70 सेमी ऊपर बह रही थी। हालात को देखते हुए बगहवा के बाद चक्की हाजीपुर, शाहडीह, भदौरा मकरंद समेत 20 परिषदीय स्कूलों में बच्चों के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया है। संबंधित स्कूलों में तैनात शिक्षकों को आसपास के स्कूलों में हाजिरी लगाने के साथ बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने और ग्रामीणों को संक्रामक रोगों के नियंत्रण के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। हरैया ब्लाक के खंड शिक्षाधिकारी अशोक राय ने बताया कि स्थिति को देखते हुए अगला आदेश जारी किया जाएगा। इस बीच छत्तीसवें दिन भी तीन बैराजों से छोड़े गए 3,02,773 क्यूसेक पानी के कारण बाढ़ का संकट बरकरार है।
मंगलवार को सोमवार की तरह से जलस्तर खतरा निशान 71.68 मीटर से 70 सेमी ऊपर 72.38 मीटर रिकार्ड किया गया। दर्जन भर गांवों के रास्ते बाढ़ के पानी में डूबे हैं और ग्रामीणों के आवागमन के लिए चार स्थानों पर चार नाव को बढ़ाकर सोमवार को ही उसकी संख्या 12 कर दी गई है। सभी नावों पर नाविक के साथ होमगार्ड के दो जवान लगाए गए हैं। साथ ही लाइफ जैकेट व आपात स्थिति के लिए आवश्यकतानुसार ट्यूब की व्यवस्था की गई है।
देवारा खास राजा, शाहडीह, बूढ़नपट्टी, भदौरा, मानिकपुर, अभ्भनपट्टी, अजगरा मगरबी आदि दर्जन भर गांवों के रास्ते पानी में डूब गए हैं। जलस्तर बढ़ने के बाद अभी झगरहवा और बगहवा में कटान थम गई है। इस बीच आठ जुलाई से पानी छोड़ने का क्रम छत्तीसवें दिन भी बना रहा। इस प्रकार अब तक 100,45,418 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 25 जुलाई को पानी नहीं छोड़ा गया था।
जलस्तर में तीन महीने उतार-चढ़ाव के कारण फिलहाल प्रशासन पहले से अलर्ट था, लेकिन दूसरी बार 72 मीटर से ऊपर जलस्तर पहुंचने से ज्यादा सतर्क हो गया है। एसडीएम और तहसीलदार खुद भी स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
रिपोर्ट-सुबास लाल