आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। निजामाबाद तहसील क्षेत्र के नूरपुर गांव निवासिनी पीड़िता ने जिलाअधिकारी कार्यालय के सामने अपने ही संबंधियों से परेशान होकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
निजामाबाद तहसील क्षेत्र के नूरपुर गांव निवासी जैतू व उनकी पत्नी के बंशराजी देवी के नाम से स- 315 मि0 रकबा 0.0310 व गाटा संख्या 317 मि0 0.0820 हे० का पट्टा पट्टा आवंटित हुआ। गरीब व भूमिहीन महिला है। जो मजदूरी कर किसी तरह परिवार का पालन पोषण करती है। उक्त भूमि पर जिस पर उपजिलाधिकारी निजामाबाद के आदेश पर 29-03-2022 को काबिज करवाया था। उक्त जमीन में पीड़िता प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत आवास का भी आंवटन हुआ है। जिस पर अपना आवास बनवाना चाह रहा आवास का निर्माण कर रहा थी परंतु उसी समय पड़ोस में रहने वाली मिनाकी पत्नी भानु यादव चनौती पत्नी सुआरथ, माधुरी पत्नी राजेश यादव, रीता पत्नी गनेश, सुभावती पत्नी कमलेश व गीता पत्नी नरेश यादव एकजुट होकर प्रार्थी को गन्दी गन्दी गाली देने लगी। प्रार्थी के ऐतराज कर दीवार, पीलर आदि तोड़ फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। गम्भीरता पूर्वक संज्ञान में लेते हुए उक्त लोगों पर आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की। जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरनारत महिलाओं की सूचना मिलने पर निजामाबाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और पीड़ित की आपबीती सुनी वह न्याय का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया और कहा कि यदि आवंटित जमीन पर मुकदमा चल रहा होगा तो कहीं और भूमि आवंटित करा कर महिला को भूमि दी जाएगी जिस पर वह आवास बना सकती हैं इस प्रकरण को मैं स्वयं पूरी कार्यवाही का प्रयास करूंगा। ताकि पीड़िता को मिल सके।
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तहसीलदार ने कराया समस्या का समाधान
आजमगढ़। जिला मुख्यालय पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही महिला की जानकारी जब तहसीलदार निजामाबाद को हुई तो उन्होने तत्काल धरना स्थल पर पहुंचकर महिला से वार्ता की और मामला हल कराने का आश्वसन दिया इसके बाद तहसीलदार महिला व अन्य कर्मचारियों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और दोनों पक्षों से वार्ता कर महिला की समस्या का समाधान आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया। निजामाबाद तहसीलदार की पहल से एक गरीब महिला को न्याय मिला जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार