परिवहन विभाग की जानकारी में आया था यह रैकेट, एआरटीओ ने दर्ज करवाया था केस
सोनभद्र। फर्जी दस्तावजे तैयार कर थाने में सीज वाहनों को छुड़ाने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एआरटीओ कार्यालय के फर्जी रिलीज आर्डर के आधार पर थानों से ट्रकों को छुड़ाने के एक रैकेट परिवहन विभाग की जानकारी में आया था। इसको लेकर लगभग दो माह पूर्व ही एआरटीओ ने राबर्ट्सगंज कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा भी दर्ज कराया था।
फ्राड के मुकदमे में थे वांछित
जानकारी के अनुसार, मुकदमे के माध्यम से परिवहन विभाग द्वारा अवगत कराया गया था कि पार्टियों के फर्जी आदेश वाले रिलीज आर्डर से थानों से सीज की हुई ट्रक छुड़ा ली जा रही हैं और जुमार्ना भी नहीं भरा जा रहा है इससे राजस्व की करोड़ों की चपत लगाई गई है। इस फर्जी रिलीज आर्डर से सोनभद्र के विभिन्न थानों से दर्जनों वाहनों को छुड़ा लिया गया है। जिसकी जांच पड़ताल पुलिस अभी भी कर रही है। इसी जांच पड़ताल के क्रम में पुलिस ने फर्जी रिलीज आर्डर बनाने वाले एआरटीओ आफिस के दो दलालों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा फर्जी रिलीज आर्डर से वाहनों को छुड़ाने के मुकदमे में विवेचना जारी है। इसी क्रम में स्थानीय थाने में फ्राड के मुकदमे में वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल हुई है।
बिना चालान की धनराशि जमा किए गाड़ियां छुड़ाई जाती थीं
थाना प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मण पर्वत ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी एआरटीओ के फर्जी दस्तखत से रिलीज आर्डर बनाकर वाहन मालिकों को देते थे और इस आर्डर के आधार पर थानों से बिना चालान की धनराशि जमा किये गाड़ियां छुड़ाई जाती थी। इस बाबत, थाना प्रभारी चोपन ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर इन दोनों आरोपियों को गुरमा मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में वांछित दो अभियुक्त अजीत कुमार मिश्रा और विजेंद्र कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये दोनों अभियुक्त फर्जी कुट रचित दस्तावेज तैयार कराकर सीज वाहनों को छुड़वाने का कार्य करते थे।