श्रीराम कथा आत्मसात करना ही सच्चा फल है: गौरप्रिया

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फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बाबा परमहंस जी न्यास ट्रस्ट के तत्वाधान में रामलीला मैदान में आयोजित श्रीराम कथा श्री धाम वृन्दावन से पधारी गौरप्रिया व्यास पीठ से श्रीराम कथा के अमृत रस प्रवाह किया। उन्होंने नवरात्रि के नौ दिन नौ स्वरूप का भजन कथा के माध्यम से दर्शन कराया। वहीं महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित श्री रामायण, तुलसीदास जी की रचित श्रीराम चरित मानस के गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि सत्संग, श्रीराम कथा सुनकर जीवन में उतारना चाहिए। कान से सुन आत्मा तृप्त हो यही कथा का फल है। उन्होंने कहा कि चौरासी लाख योनियों में भटकने के बाद यह मानव शरीर मिला है। उसके बाद भी दिल प्रभु से न लगाया तो जीवन व्यर्थ है। जाति में नही सनातनी होने पर गर्व करें। इस अवसर पर राजेश मोदनवाल, संजीव बरनवाल, वेद प्रकाश गुप्ता, अजय जायसवाल, चंचल प्रसाद, सुरेश गुप्ता, अतुल बरनवाल, ओंकार नाथ, सोहन जायसवाल, सहित मातृ शक्तियां उपस्थित थी।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय

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