रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय कस्बे में स्थापित लक्ष्मी गणेश सरस्वती प्रतिमा का गाजेबाजे के साथ विसर्जन कर दिया गया। पहली बार डीजे की धमक पर झांकी नृत्य भारी रहा। शांतिपूर्ण विसर्जन पर प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
कस्बे में दस स्थानों पर पूजा कमेटियों ने लक्ष्मी गणेश सरस्वती की प्रतिमा स्थापित की थी। प्रतिमा विसर्जन में यहां गैर जनपदों से आये डीजे प्रतिस्पर्धा पहले से चर्चा मंे रही है लेकिन इस बार प्रशासन की सख्ती भारी पड़ी। थाना प्रभारी सुनील सिंह ने पहले ही केवल छः साउंड बजाने की अनुमति दी थी। इसका असर हुआ कि कमेटियांे ने डीजे की जगह झांकी नृत्य पर जोर दिया। कमेटियों द्वारा विसर्जन के दौरान देशभक्ति और कृष्णराधा नृत्य की झांकी लोगों को खूब भाई। युवाओं की टोली का कमर घंटी नृत्य भी खूब आकर्षक रहा। राम रावण युद्ध, शिव नृत्य भी आकर्षक रहा। रेलवे स्टेशन मोढ से प्रतिमाएं ट्रैक्टर ट्राली पर सजी पूरे कस्बे में भ्रमण कर रानी पोखरे पर पहुचंी जहां विसर्जित की गई। लोग घरो के बाहर जमा हो कर झांकी दर्शन कर मंत्रमुग्ध रहे। देर रात तक विसर्जन चला तो प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा