आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। चुनावी गर्मी समाप्त होने के बाद पारा अपना रंग दिखाने लगा है। तपती धूप में घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। गर्म हवा के बीच धूप से लोगों का जीना बेहाल हो गया है। बाहर तेज धूप के चलते पूरा बदन झुलसने लग रहा है। सुबह से ही भगवान भास्कर के तेवर तल्ख होने के कारण लोग घरों से निकलने के पहले बचाव का उपाय कर कर रहे हैं। रविवार को भी धूप काफी तेज रही। गर्म हवा चेहरे पर आंच की तरह लग रही है। बीच-बीच में चलने वाली पुरुआ हवा भी राहत नहीं दे पा रही है। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा।
गर्म हवा और शरीर जला देने वाली धूप के कारण दिन चढ़ने के साथ सड़कों पर सन्नाटा दिखने लगा। धूप के कारण लोग घरों से निकलने में परहेज करते रहे। मकानों की दीवारें भी गर्म हो गई हैं। टंकी का स्टोर पानी भी उबला लग रहा है। सड़क तवे की तरह से तप रही है, जिससे एक कदम चलना मुश्किल हो जा रहा है। लोगों को न घर के अंदर चैन मिल रहा है और न ही बाहर। पेड़ की छांव के नीचे थोड़ा आराम मिल रहा है, लेकिन शहरी क्षेत्र में वह भी नहीं है। जरूरी काम से बाहर निकलने वाले धूप से बचने के लिए शीतल पेय पदार्थांे का सेवन खूब कर रहे हैं। बाजार में सत्तू की लस्सी, बेल का शर्बत आदि का सहारा ले रहे हैं। गर्मी के चलते ठंडे पेय पदार्थों की बिक्री काफी हद तक बढ़ गई है। घरों से निकलने से पूर्व लोग धूप से बचने के लिए गमछा, तौलिया और काला चश्मा आदि का सहारा ले रहे हैं।
रिपोर्ट-सुबास लाल