अत्यंत महत्वपूर्ण होती है संस्थापक कुलपति की भूमिका: प्रो.संजीव कुमार

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.प्रदीप कुमार शर्मा को विश्विद्यालय परिसर एवं लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह के अस्थायी कुलपति आवास पर समारोह पूर्वक विदाई दी गयी। समारोह की अध्यक्षता नवागत कुलपति प्रो.संजीव कुमार ने की।
मीडिया प्रभारी डॉ.प्रवेश कुमार सिंह ने बताया कि विश्विद्यालय परिसर में प्राचार्यों और अधिष्ठाता समूह ने पूर्व कुलपति को विदाई के दौरान उन्हें स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्रम प्रदान कर उनके कार्यकाल की सराहना की।
अध्यक्षता कर रहे नवागत कुलपति प्रो.संजीव कुमार ने कहा कि नवस्थापित विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। पूर्व कुलपति ने आज़मगढ़ के स्वप्निल विश्विद्यालय की मजबूत आधारशिला को तैयार किया है। उसे और मजबूत बनाते हुए राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए शोध, शिक्षण और तकनीक को समुन्नत करते हुए कैंपस और महाविद्यालय के शिक्षण स्टाफ़ के माध्यम से नई ऊंचाइयां प्रदान की जायेंगी। प्रो.प्रदीप कुमार शर्मा ने जिन सपनों को विश्वविद्यालय की नींव में पोषित किया है मेरे संकल्प हैं कि उसी नींव को सशक्त बनाते हुए उस पर उच्च शिक्षा के नए मानदंडों की स्थापना कर विश्वविद्यालय को वैश्विक फलक पर पहचान दिलाई जायेगी।
पूर्व कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार शर्मा ने कहा कि संस्थापक कुलपति के रूप में तन मन और धन से शत प्रतिशत समर्पण और नित उत्साह के साथ कार्य करते हुए एक साथ स्थापित तीन विश्विद्यालयों में केवल महाराजा सुहेलदेव विश्विद्यालय को तय समय से पूर्व मेरे द्वारा कैंपस में अन्तरित किया गया जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्यों और शिक्षकों का अद्भुत सहयोग मिला। नवागत कुलपति प्रो.संजीव कुमार एक योग्य एकेमेडेशिएन, कुशल प्रशासक और विद्वान शिक्षक रहे हैं इसलिए कैंपस के साथ ही सम्बद्ध महाविद्यालय के योग्य शिक्षकों की प्रतिभा का मणिकांचन योग तैयार कर महाराजा सुहेलदेव विश्विद्यालय को नई ऊंचाइयां प्रदान करेंगे। संचालन एनसीसी अधिकारी डॉ. पंकज सिंह एवं मीडिया प्रभारी डॉ. प्रवेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया।
रिपोर्ट-सुबास लाल

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