आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तरी क्षेत्र में बहने वाली सरयू (घाघरा) नदी में दूसरी बार मंद गति से ही सही, लेकिन उफान से देवारा क्षेत्र के ग्रामीणों की चिंता बढ़ने लगी है। हालांकि, 24 घंटे के अंदर जलस्तर में मात्र 10 सेमी की वृद्धि रिकार्ड की गई। जलस्तर में 18 जुलाई से शुरू वृद्धि लगातार छह दिनों तक कम होने के बाद 29 जुलाई से फिर बढ़ाव पर है। इस बीच बाइसवें दिन भी छोड़े गए 2,74,246 क्यूसेक पानी ने खतरे की दस्तक देनी शुरू कर दी।
24 घंटे के अंदर 10 सेमी की वृद्धि से मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाला के पास जलस्तर खतरा निशान 71.68 मीटर से 32 सेंटीमीटर नीचे जलस्तर 71.36 मीटर पर पहुंच गया, जबकि सोमवार को यहां का जलस्तर 71.26 मीटर रिकार्ड किया गया था। यानी 24 घंटे में 10 सेमी की वृद्धि से ग्रामीणों की बेचैनी फिर से बढ़ने लगी है। वहीं देवारा खास राजा गांव के झगरहवा पुरवा व बगहवा में कटान की गति बढ़ने से लोग अपना सामाना सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिए हैं।
आठ जुलाई से पानी छोड़ने का क्रम बाइसवें दिन मंगलवार को भी बना रहा और तीन बैराजों से 2,74,246 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बीच में 25 जुलाई को पानी नहीं छोड़ा गया था। इस प्रकार अब तक 65,84,248 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। जलस्तर बढ़ने और लगातार पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों की चिंता बनी हुई है।
फिलहाल झगरहवा और बगहवा में तीन दिनों बाद फिर से कटान शुरू हो गई है। राहत की बात यह कि गांवों के रास्तों पर अभी पानी पहुंचने की स्थिति नहीं दिख रही है।
जलस्तर में तीन महीने उतार-चढ़ाव के कारण प्रशासन अभी भी अलर्ट मोड में है। प्रशासन की ओर से बचाव व राहत कार्य के लिए 10 बाढ़ चौकियों की स्थापना के साथ 14 स्थानों को राहत शिविर के लिए चयनित किया जा चुका है। बाढ़ खंड विभाग के साथ तहसील प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है।
रिपोर्ट-सुबास लाल