आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। दिल्ली पुलिस का दरोगा बताकर बेरोजगारों को ठगने का मामला प्रकाश में आया है। जहानागंज थाना क्षेत्र के करउत गांव का एक ठग खुद को दिल्ली पुलिस का दरोगा बताकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का धंधा करता था। उसने बरहतिर जगदीशपुर गांव के तीन लोगों से नौ लाख रुपये ले लिया और एक को पोस्टमैन की नौकरी का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दे डाला। शक होने पर उसे रविवार को पकड़कर जहानागंज थाने के हवाले कर दिया गया।
इस मामले में रविवार को बरहतिर जगदीशपुर के आकाश कुमार ने थाने में प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि करउत गांव का प्रद्युम्न कुमार अपने को दिल्ली पुलिस का सब इंस्पेक्टर बताया तथा वर्दी पहने फोटो भी दिखाई। पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से लगभग नौ लाख रुपये ले लिया। अरुण कुमार को पोस्ट मैन की नौकरी के लिए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया गया तथा पुनः पैसा लेने के लिए घर आकर दबाव बना रहा था। बार-बार धमकी भी दे रहा था, जिस पर शक हो गया कि उपनिरीक्षक नहीं है, बल्कि फर्जी उपनिरीक्षक बनकर फर्जी नियुक्ति पत्र दिया है। ऐसे में उसे अन्य के सहयोग से पकड़कर थाने लाया गया। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपित का चालान कर दिया। पूछताछ मेें आरोपित ने बताया कि पहले दिल्ली मे पिता के पास रहकर प्राइवेट नौकरी करता था। पैसे की लालच में लोगांे को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा कमाने के बारे मे सोचा तथा गांव आकर आकाश कुमार के घर आकर पुलिस व पोस्ट आफिस में नौकरी दिलाने की बात बताया। यह भी बताया कि यूपी में लोगांे को फंसाने के लिए यूपी पुलिस का भी बैच लगा लेता है। आकाश ने पुलिस में नौकरी के लिए कहा था, साथ ही अपने दोस्तों सूरज भारती को पुलिस तथा अरूण कुमार पोस्ट आफिस में नौकरी दिलवाने के लिए बात की। तीनांे ने खाते में पैसा भेजा।
रिपोर्ट-सुबास लाल