चुनाव सिर पर, आजमगढ़ में जहरीली शराब का तांडव, नौ लोगों की मौत

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एक दर्जन से ज्यादा हुए गंभीर

घटनास्थल पर पहुंचे डीएम और कप्तान, दो हिरासत में
कहा: सख्त से सख्त होगी कार्रवाई

माहुल-आजमगढ़ (सृष्टि मीडिया)। जनपद में कुटरी उद्योग का रूप ले चुके अवैध जहरीली शराब की बात करें तो जनपद का इससे पुराना नाता है। जहरीली शराब से हुई मौत के मामले नए नहीं बल्कि पिछले कई वर्षों से चले आ रहे हैं। पुलिस और जिला प्रशासन कार्रवाई तो करती है लेकिन इस व्यवसाय से जुड़े सफेदपोश लोगों के गिरेबान तक शायद ही कभी उनके हाथ पहुंचते हैं। ये जब-जब मौका पाते हैं अपने कारनामे कर देते हैं। और इसके पीछे वह निरीह जनता पिस जाती है जिसका कोई दोष नहीं होता। पहले तो भट्ठे और प्राइवेट जगहों से अवैध शराब की सप्लाई की जाती थी लेकिन माहुल में हुई अवैध शराब से मौतों के ताण्डव ने सरकारी ठेके की दुकानों से जहरीली शराब बेचे जाने के मामले को जगजाहिर कर दिया जिसमें सात लोगों की जान चली गयी तो वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोग गंभीरावस्था में चले गये जिनके परिजनों द्वारा उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जहां वह मौत से लड़ रहे हैं। घटना के बाद मौके पर पहुंचे जनपद पुलिस के मुखिया अनुराग आर्य व जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने कार्रवाई का आश्वास देकर शांत होने की घुट्टी तो पिला दी लेकिन देखना है कि अब इन कारोबारियों के विरूद्ध पुलिस की कार्रवाई कितनी होती है।

बतादें, अहिरौला थाना क्षेत्र के माहुल सहित आसपास का इलाका सोमवार को चीख पुकार से उस समय गूंज उठा जब जहरीली शराब की वजह से ताबड़तोड़ मौतें होने लगी। जहरीली शराब पीने से जहां नौ लोगों की मौत हो गयी वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोग जिन्दगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। सूचना पर पहुंची जिला व पुलिस प्रशासन कार्रवाई का आश्वासन देने के साथ-साथ दोषियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

सरकारी ठेके से खरीदी गयी थी शराब

अहिरौला थाने के माहुल कस्बे में जहरीली शराब से हुई मौतों की बात करें तो यह कोई प्राइवेट जगह से नहीं बल्कि देशी सरकारी शराब की दुकान से ली गयी थी। आबकारी विभाग भले ही अवैध शराब कारोबार पर नकेल कसने की बात करे लेकिन अब तो सरकारी दुकानों से जहरीली शराब का बेचा जाना इस बात का द्योतक हो गया कि जनपद में कानून व्यवस्था का नाम नहीं है। जबकि आबकारी विभाग की भारी भरकम फोर्स मात्र अवैध शराब की निगरानी और उसकी कार्रवाई के लिए जनपद में तैनात है तो कौन सी ऐसी वजह है कि आबकारी विभाग कार्रवाई नहीं करती।

एक वर्ष पूर्व पवई तो दूसरे वर्ष अहिरौला में जहरीली शराब ने खेला मौत का ताण्डव

जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला तो करीब दो दशकों से जारी है। वर्ष 2009 में इरनी, 2012 में मुबारकपुर तो 2015 में रौनापार और जीयनपुर थाना क्षेत्र तो 2021 में जौनपुर और सुल्तानपुर जनपद से सटे पवई थाना क्षेत्र तो 2022 में पवई थाने के माहुल कस्बे में जहरीली शराब ने अपना खेल दिखा ही दिया। रही कार्रवाई की बात तो जब घटना होती है तभी आबकारी विभाग जागता है उसके पूर्व कुंभकर्णी निद्रा में सोया रहता है।
घटना के कारक और कारण की गहनता से होगी जांच, होगी सख्त कार्रवाई: एसपी


अहिरौला थाने के माहुल कस्बे में जहरीली शराब से हुई मौत से आक्रोशित लोगों ने चक्का जाम कर कार्रवाई की मांग करने लगे। सूचना पर दलबल के साथ पहुंचे जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी व कप्तान अनुराग आर्य ने कहा कि घटना के कारक से लेकर कारण की गहनता से जांच होगी। जांचोपरांत जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ गैंगेस्टर सहित सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए 14ए के तहत उनकी संपत्ति जब्त की जायेगी। पूर्व में हुई घटना को लेकर एक सवाल के जवाब में कप्तान ने कहा कि पिछले वर्ष मई में जब घटना हुई तो उस समय सभी दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की गयी थी। इस बार कुछ ऐसा होगा ताकि इसमें शामिल लोग दोबारा ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न जुटा सके। सेल्समैन सहित दो को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। जल्द ही इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं उनकी भी सूची सामने आ जायेगी जिनके विरूद्ध कठोरतम कार्रवाई की जायेगी। वहीं कप्तान ने कहा कि पुलिस व प्रशासन की पहली प्राथमिकता बीमारों की जान बचाना है। सबकी जांच करायी जा रही है। पहले उन्हें समुचित इलाज देना जरूरी है।

प्रशासन ने की तीन के मौत की पुष्टि

माहुल में जहरीली शराब से हुई मौत में सरकारी आंकड़ों की बात करें तो जिला प्रशासन द्वारा तीन लोगों की मौत की बात कही गयी है जिसमें झब्बू सोनकर पुत्र हुन्ना 52 वर्ष निवासी कस्बा माहुल, रामकरन पुत्र लौटन 65 वर्ष निवासी कस्बा माहुल, रामप्रीत पुत्र बासदेव निवासी दक्षिणगांव फूलपुर शामिल हैं।

प्रशासन तीन तो सूत्र बता रहे नौ की मौत

जहरीली शराब से मौत के आंकड़ों की बात करें तो जहां प्रशासन तीन लोगों के मौत की बात को कबूला तो वहीं सूत्र बताते हैं कि सात की मौत हो चुकी है। जबकि बीमारों के नाम की सूची अभी उपलब्ध नहीं हो सकी है। जिन सात की मौत हो चुकी है उनकी बात करें तो झब्बू सोनकर 52 वर्ष पुत्र हुन्ना निवासी कस्बा माहुल, रामकरन पुत्र लौटन 55 वर्ष निवासी कस्बा माहुल, रामप्रीत पुत्र बासदेव निवासी दक्षिणगांव फूलपुर, फेंकू सोनकर 32 वर्ष पुत्र दीपचन्द निवासी बीर अब्दुल हमीद नगर माहुल, सतिराम 42 वर्ष पुत्र हरिलाल वार्ड नम्बर एक अम्बेडकर नगर माहुल, अच्छे लाल 70 वर्ष पुत्र लौटन निवासी इमामगढ़ माहुल, विक्रमा बिन्द 50 वर्ष पुत्र राजाराम निवासी रसूलपुर अहमद अली गांव अहिरौला, छेदी 55 वर्ष राजारामपुर माफी अहिरौला, पंचम राम 60 वर्ष निवासी लहुरामपुर पवई सहित कुल नौ लोगों के मौत की बात सामने आ रही है।

बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा

जनपद में जब-जब जहरीली शराब ने मौत का तांडव खेला है शुरू में मौतें कम हुई लेकिन बाद में आंकड़ा बढ़ता गया। इस बार भी कुछ ऐसा ही लग रहा है। इस बार भी मौतें बढ़ सकती हैं क्योंकि जो आधा दर्जन लोग जिन्दगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं उसमें भी कुछ लोगों की जाने जा सकती है।

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