सैकड़ों बेरोजगारों को वर्दी पहनाने वाला हुआ वर्दी की बेरहमी का शिकार

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील पर शुक्रवार को लेखपाल हाजिरी थी, काफी भीड़ थी। ऐसे दिन में 12 बजकर 45 के आस पास एंटी करप्शन की टीम द्वारा रामायण भारद्वाज जिन्हे लोग “गुरू जी“ के नाम से जानते हैं को घूस लेने का आरोप लगाते हुये एंटी करप्शन टीम ने उठा लिया एक अन्य लेखपाल को भी एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया। रामायण भारद्वाज के नाम पर लोगांे की आपत्ति इसलिये हुई कि वह क्षेत्र के ईमानदार तहसील कर्मियों में गिने जाते हैं जो काश्तकारों की चाय पीते नही वरन चाय खुद पिलाते हैं।
रामायण भारद्वाज जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र खतीबपुर गांव के रहने वाले हैं, सगड़ी तहसील में लेखपाल के पद पर तैनात हैं जब वह लेखपाल नही थे तब वह प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग पढ़ाते थे सैकड़ो बेरोजगारों को उन्होने कंपटीशन की तैयारी करवाई व सरकारी नौकरी दिलवाई। रामायण गुरू जी के पढ़ाये हुये सैकड़ो बेरोजगार युवक आज वर्दीधारी हैं। लेखपाल पद पर चयनित हो जाने के बाद भी वह क्षेत्र के गरीब बेरोजगार युवकों को कभी कभी निःशुल्क शिक्षित करते रहते हैं। अत्यंत ईमानदार लेखपालों की श्रेणी मंे रामायण गुरू जी को इसलिये रखा जाता है कि उन्होने कभी काश्तकारों की चाय नही पी वरन वो खुद थके हारे काश्तकारों का काम सहानुभूति पूर्वक कर देते थे व उनकी मदद भी करते थे। ऐसा कई बार हुआ कि अगर क्षेत्र में कंबल आदि बटने को आया हो तो रामायण गुरू जी सरकारी कंबल कम पड़ जाने पर वो अपने निजी पैसे से कंबल खरीद कर गरीबों में बांट देते थे। वह सगड़ी क्षेत्र के बिलरियागंज मंडल में तैनात हैं। उपजिलाधिकारी सगड़ी की पूछताछ में एक महिला शिकायतकर्ता ने उपजिलाधिकारी सगड़ी को जो बताया उसके वायरल वीडियो से यह स्पष्ट है कि शिकायत कर्ता देवारा जदीद की रहने वाली थी जो कि रामायण भारद्वाज का क्षेत्र नही था वह शुक्रवार को तहसील हाजिरी पर सगड़ी तहसील पर पहुंचती है रामायण भारद्वाज के बगल में बैठे एक अन्य लेखपाल के पाकेट में कुछ रूपये डालने लगती है इस दौरान वह रूपया जमीन पर गिर जाता है, जमीन पर गिरे रूपये उठाकर रामायण भारद्वाज उस महिला को देते हुये कहते हैं कि ये पैसा तुम्हारा गिर गया है इसे ले लो। शिकायतकर्ता खुद इस बात को स्वीकार करती है, लेकिन एंटीकरप्शन टीम को तो किसी न किसी को गिरफ्तार करना होता है वो दोनो लेखपालों को पकड़ कर जीयनपुर थाने लेकर चली आती है। जीयनपुर थाना कोतवाली में उपजिलाधिकारी सगड़ी के समक्ष दोनो लेखपालों का एंटीकरप्शन टीम ने हाथ धुलवाया जो कि रेड हैंडेड हो गया। दूसरे लेखपाल के पैंट की पाकेट लाल हुई और रामायण भारद्वाज का हाथ।
सवाल यह है कि अगर रामायण भारद्वाज शिकायतकर्ता महिला के क्षेत्र के लेखपाल नही थे तो एंटीकरप्शन टीम ने उनको क्यों गिरफ्तार किया। रामायण भारद्वाज के समर्थन में लेखपाल काफी देर तक जीयनपुर थाने में डटे रहे उपजिलाधिकारी सगड़ी को उन्हे समझाने के लिये दोबारा आना पड़ा जहां लेखपाल संघ के पदाधिकारी एंटी करप्शन टीम के खिलाफ मुकदमा लिखने पर अड़े रहे। उपजिलाधिकारी सगड़ी ने लेखपालों को तहसील चलने का आग्रह किया जबकि लेखपाल संघ के पदाधिकारियों का कहना था कि संघ कभी किसी कार्यवाई में बाधा नही बनता लेकिन आज जब एक ईमानदार लेखपाल को गलत तरीके से फसाया जा रहा है तो हम विरोध करने पर बाध्य हैं।
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चिन्हित व्यक्ति पर ही कार्यवाई करती है एंटी करप्शन टीम
आजमगढ़। इन दिनो मंे आजमगढ़ जिले की एंटी करप्शन टीम निरीक्षक श्याम बाबू के नेतृत्व में सक्रीय है। जब भी एंटी करप्शन की टीम इस तरह की कार्यवाही करती है तो शिकायत कर्ता को कुछ रंगे हुये नोट प्रदान करती है। जिस भी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही करनी होती है शिकायतकर्ता स्पष्ट रूप से उसके नाम व पद का उल्लेख करता है, टीम उसी को पकड़ने के लिये जाल बिछाती है। ऐसे में एंटी करप्शन की टीम को स्पष्ट जानकारी रही होगी कि शिकायतकर्ता से कौन घूस मांग रहा है ? कितना मांग रहा है ? कहां तैनात है ? ऐसे में शिकायतकर्ता द्वारा चिन्हित कर्मचारी के अतिरिक्त अन्य कर्मचारी को टीम द्वारा पकड़ कर ले जाने की बात लोगों के गले नही उतर रही है। लोग एंटी करप्शन की टीम की कार्यवाही पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
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एंटी करप्शन ने दो लेखपालों को किया गिरफ्तार
आजमगढ़। महाराजगंज थाना क्षेत्र के देवारा जदीद निवासी महिला चंदा देवी पत्नी प्रमोद ने तहसील सगड़ी जनपद आजमगढ़ से गाटा संख्या 2455 के पैमाइश पर रिपोर्ट लगाने हेतु पांच हजार रूपया रिश्वत मांगने की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी। शुक्रवार को टीम ने शिकायतकर्ता महिला के क्षेत्रीय लेखपाल यादवेंद्र सिंह क्षेत्रीय लेखपाल देवारा जदीद के साथ ही एक अन्य लेखपाल रामायण भारद्वाज जिनका क्षेत्र इस्माइलपुर गोरिया मंडल बिलरियागंज है को भी गिरफ्तार कर लिया। यह कार्यवाही टीम ने लोक सेवक साक्षीगण के समक्ष की। इस कार्रवाई में एंटी करप्शन टीम आजमगढ़ इकाई व एंटी करप्शन टीम वाराणसी ईकाई की टीम शामिल थी। टीम ने रिश्वती नोट के साथ तहसील परिसर से बरामद किया गया। प्रभारी श्याम बाबू व राकेश बहादुर सिंह, नंदलाल शर्मा, कौशल राय, आशीष शुक्ला, मुकेश कुमार पटेल, अश्वनी कुमार पांडेय जितेंद्र यादव की टीम द्वारा इस कार्यवाही से क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
रिपोर्ट-प्रदीप तिवारी

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