आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्रधानी चुनाव में हुए विरोध का खुमार तीन साल बाद भी अभी नहीं उतरा। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया जब रामपुर निवासी बंशबहादुर सिंह मंगलवार को कप्तान दरबार पहुंच कर न्याय की गुहार लगाते हुए सुरक्षा की मांग कर दी।
उक्त मामले की यदि बात करें तो पुलिस अधीक्षक को दिये गये प्रार्थना पत्र में रामपुर निवासी बंशबहादुर सिंह ने अवगत कराया कि गांव के ही दबंग द्वारा प्रधानी चुनावी रंजिश को लेकर आयेदिन जान से मारने की धमकियां देता रहता है। कभी जरिए मोबाइल तो कभी रास्ते में। हद तो तब हो गयी जब एक दिन गांव का ही दबंग भरत सिंह निवासी किशुनपुर अपने आधा दर्जन समर्थकों के साथ मेरे विद्यालय भगवान आदर्श पीजी कालेज चक्रपाणिपुर कनैला पहुंचा और मेरे प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों से उलझते हुए मेरे आवास की तरफ बढ़ने लगा। वह तो संयोग ही अच्छा रहा कि लोगों ने किसी तरह बीच बचाव किया। मामला प्रधानी चुनाव से लेकर अब तक चला आ रहा है। आवेदक की पत्नी इंदिरा सिंह प्रधान पद की चुनाव जीती थी। चुनाव हारने के बाद से ही उक्त व्यक्ति द्वारा लगातार धमकियां मिल रही हैं जो काफी मनबढ़ और आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। 21 जनवरी को महाविद्यालय कैंपस में आधा दर्जन लोगों के साथ आकर मेरे निजी आवास की तरफ आने लगे। सुरक्षा कर्मी द्वारा रोका गया तो गाली गलौज करते हुए प्रबंधक व उसके लड़के को जान से मारने की धमकी देते हुए कैंपस से भाग गये जबकि एक व्यक्ति को सुरक्षा कर्मी ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ित प्रबंधक ने एसपी से उक्त घटना को संज्ञान में लेते हुए सुरक्षा प्रदान करते हुए अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
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चुनावी रंजिश को लेकर हो चुकी है एक हत्या
आजमगढ़। चुनावी रंजिश को लेकर उपजे विवाद में उक्त गांव के ही अजीत सिंह पुत्र स्व.रामचेत सिंह की चाकुओं से गोदकर उस समय हत्या कर दी गयी जब पोखरी खोदाई के समय कहासुनीहो गयी थी। जबकि मृतक मेरा समर्थक था। अजीत की हत्या के पश्चात दबंग और आपराधिक किस्म के व्यक्ति के द्वारा मुझे निशाना बनाया जा रहा है। यदि उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है। चुनावी रंजिश को लेकर एक माह पूर्व भरत सिंह पुत्र स्व.तेजबहादुर सिंह किशुनपुर द्वारा मेरे कालेज के प्राचार्य के मोबाइल पर उन्हें व मुझे भद्दी-भद्दी गालियां एवं जान से मारने की धमकी दी थी जिसकी वाइस रिकार्डिंग मेरे पास सुरक्षित है। इनके द्वारा कई बार धमकी दी जा चुकी है। भरत सिंह किशुनपुर गांव का एक आपराधिक व्यक्ति है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार