प्रेरणास्त्रोत है वीरांगना रानी दुर्गावती का जीवन: दीनू

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नगर के तकिया स्थित दुर्गावती सिलाई बुनाई केन्द्र पर वीरांगना दुर्गावती का बलिदान दिवस शनिवार को मनाया गया। मुख्य अतिथि समाजसेवी अभिषेक जायसवाल दीनू, मालती मिश्र, कैलाश प्रसाद गोंड ने दुर्गावती के चित्र पर दीप प्रज्जवलित व माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
समाजसेवी अभिषेक जायसवाल दीनू ने कहा कि जब भी हम जाति, मजहब के आधार पर बंटेंगे तो इसका फायदा आततायी उठाएंगे और तन, मन, धन लूटकर हमारे ऊपर अत्याचार करने का काम करेंगे। हम सभी को रानी दुर्गावती के जीवन से प्रेरणा लेते हुए उनके बताये हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। रानी दुर्गावती का जीवन सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। मुगल काल में स्वाभिमान का जीवन जीना बड़ी बात थी। उस समय वीरांगना ने न सिर्फ स्वाभिमान का जीवन जीया बल्कि अपने अदम्य साहस से अकबर के सेनापति आसफ खान के छक्के छुड़ा दिये। तीसरी बार की लड़ाई में 24 जून 1564 को वीर गति को प्राप्त हुई। कार्यक्रम को महिला नेत्री सूर्यमुखी गोंड, कैलाश प्रसाद गोंड ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जुल्फेकार बेग, एडवोकेट भगवान प्रसाद गोंड, अफजल अहमद, मंतराज यादव, रामजन्म यादव, ज्ञान प्रकाश दुबे, जोखू गुप्ता, बासदेव गोंड, उषा सिंह, होसिला राजभर, पूनम श्रीवास्तव, सुनीता गोंड, कामनी गुप्ता, ममता गोंड, सरिता चौरसिया, किरन गोंड, परवीन बानो, साजिदा खातून, सुषमा कन्नौजिया, साधना, शाहिन, सुनीता वर्मा, फातिमा, ज्योति गोंड, चन्द्रावती, बिन्दु गोंड, पूनम साहनी, हंषा शर्मा, अंजू, शिवकुमारी जायसवाल, नीतू, कस्तूरी, शनीचरी देवी, नेहा, आयशा, मीरा सिंह, ममता, साजिदा, सरिता चौरसिया, अमीना बानो, आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता मालती मिश्र व संचालन कैलाश प्रसाद गोंड ने किया।
इसी क्रम में आदिवासी विकास सेवा संस्थान के धुरिया अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा रिक्शा स्टैंड कलेक्ट्री चौराहा पर वीरांगना दुर्गावती का बलिदान दिवस मनाया गया। इस मौके पर अध्यक्ष रामचंद्र गोंड, महामंत्री राजू कुमार गोंड़, प्रवक्ता मनोज कुमार गोंड़, अजय, अभयदत्त, बालचंद, लालचंद, गिरजा, मुखराम, काजू, सतेंद्र कुमार, चंद्रभूषण, फागू गोंड़ आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव

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