पवई आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पवई क्षेत्र के खैरुद्दीनपुर में एनएच चौड़ीकरण के नाम पर जमीन छीनने के खिलाफ आयोजित किसान पंचायत में प्रदेश भर के कई किसान नेता पहुंचे। एलान किया कि किसानों की सहमति के बगैर ज़मीन छीनने की कोशिश हुई तो सड़कों पर आंदोलन होगा। फूलपुर एसडीएम ने किसानों और किसान नेताओं की बातें सुनी और आश्वासन दिया।
सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव और मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पांडेय ने कहा कि ज़मीन हमारी मां है और हम मां का सौदा नहीं कर सकते।
जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय की राष्ट्रीय संयोजक अरुंधती धुरू ने कहा कि किसानों को एकजुट होकर अपनी ज़मीन को बचाना होगा। यदि आखिर में किसान अपनी ज़मीन देने का फैसला करता है तो मुआवजा दर प्रस्तावित बाज़ार दर के अनुसार निर्धारित हो।
संगठित किसान मजदूर संगठन सीतापुर और एनएपीएम की ऋचा सिंह ने यह कहा कि किसानों की बहुमूल्य जमीने बड़े उद्योगपति के लिए ही ली जा रही हैं इसलिए किसानों को भी अपनी ज़मीन और खेती को बचाना होगा।
बहुजन चिंतक डॉ. आर पी गौतम ने कहा कि खिरियाबाग से लेकर अंडिका बाग तक सरकार को पीछे हटना पड़ा और ज़मीन बचाने का यह आंदोलन फिर से जीत दर्ज करेगा। पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज पटेल ने कहा कि पूर्वांचल का किसान जमीर और जमीन से कोई समझौता नहीं करेगा।
एनएपीएम के महेंद्र राठौड़, सुरेश राठौड़, अभिषेक पटेल, मनोज कृष्ण यादव, सुरेंद्र यादव, किसान एकता समिति के महेंद्र यादव, विद्यार्थी चेतना परिषद के महेंद्र यादव, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, गीता वनवासी, जय प्रकाश, विवेक यादव, सुनील पंडित, रेखा और सोनी ने भी विचार रखे। प्रस्ताव राज शेखर ने पेश किया, जबकि अध्यक्षता आद्या प्रसाद सिंह ने की।
रिपोर्ट-नरसिंह