आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मर्यादा पुरूषोत्तम की नगरी कहे जाने वाले अयोध्या स्थित एक स्कूल में अपराधियों द्वारा बेखौफ होकर मासूम छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद की गई निर्मम हत्या से जिले में भी आक्रोश व्याप्त है। इसी को लेकर नारी शक्ति संस्थान का एक प्रतिनिधि मंडल सचिव डा.पूनम तिवारी के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपकर अयोध्या व दिल्ली प्रकरण में सख्त से सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग किया।
सचिव डा.पूनम तिवारी ने कहा कि अयोध्या और दिल्ली की घटना सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। सरकार बेटियों के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी अभियान संचालित कर रही है लेकिन शिक्षा जैसी मुख्य इकाई में ऐसी घटनाएं घटित होंगी तो व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा होगा। यह घटना सामाजिक और प्रशासनिक ढांचे को खुली चुनौती दे रही है। जिस भी मामले में अपराध स्पष्ट हो उसमें त्वरित कार्यवाही करते हुए दोषी को समय-सीमा के भीतर फांसी की सजा दी जाए। सरकारों के ढुलमुल रवैया का परिणाम रहा कि निर्भया हत्याकांड के बाद आज भी आधी-आबादी प्रताड़ना, शोषण, बलात्कार, हत्या जैसी घटनाओं की शिकार हो रही है। राष्ट्रपति महिला मामलों की गंभीरता को ध्यान में रखें। महिलाओं ने केंद्र व प्रदेश सरकारों से कठोर कदम उठाए जाने की मांग की।
अमिता अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली प्रदेश में साक्षी के ऊपर सरेराह धारदार हथियार से खुलेआम निर्ममता के साथ हमला कर पत्थर से एक बेटी को दिनदहाड़े कूचे जाने की घटना का उत्तर प्रदेश सरकार को भी सबक लेने के लिए निर्देशित किया जाए। महिलाओं, किशोरी, छात्राओं की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाया जाए और महिलाओं पर हुए अपराध की सुनवाई कम से कम समय में किए जाने का प्रावधान कर दोषी को सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित किया जाए। पत्रक सौपने वालों में रश्मि डालमिया, अर्चना वत्सल, ममता राय, सुधा तिवारी आदि शामिल हैं।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार