फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय तहसील के ग्राम पंचायत सुदनीपुर के चकनूरी गांव में पानी की टंकी के लिए की जा रही बोरिंग को ग्रामीणों ने कब्रिस्तान का हवाला देकर रोक दिया था। एसडीएम ने ग्रामीणों एवं राजस्व टीम के साथ बैठक कर बीच का रास्ता निकाल लिया है। अब गाटा संख्या 314 की जगह गाटा संख्या 22 में पानी की टंकी लगायी जाएगी।
चकनूरी में कुंवर नदी के किनारे गाटा संख्या 314मिल जुमला नम्बर 8 विस्वा कब्रिस्तान की जमीन शेष ग्राम सभा खाते की है जबकि ग्रामीण वर्षाें से सम्पूर्ण क्षेत्र को कबिस्तान जानते थे। पूरे नम्बर पर कब्र है। इसी गाटा में जल जीवन मिशन के तहत बोरिंग का कार्य चल रहा था। ग्रामीणों द्वारा मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। मौके पर लेखपाल और ग्राम प्रधान भी पहुंचे थे। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए काम रोक दिया गया था। साथ ही बोरिंग के लिए लगाई गई मशीन भी हटा ली गयी थी।
ग्रामीणों का आरोप है कि विगत 50 वर्ष से हम लोग अपने पूर्वजों के शव इसी भूभाग पर दफन करते आ रहे हैं। लेखपाल द्वारा इसी जमीन पर सर्वे करके पानी की टंकी के लिए गड्ढा खोदवाया गया। हम लोग बरसात में बाढ़ के समय ऊंचाई वाले स्थान और नदी का जल स्तर कम होने पर निचले स्थान पर शव दफन करते चले आ रहे हैं। हमारे पूर्वजों ने भी हम लोगों को यही बताया है। ग्रामसभा में और भी जमीन है जिस पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा किया गया है। लेखपाल और तहसील के अन्य अधिकरियों की मदद से उन जमीनों को कब्जा मुक्त कराकर उन जमीनों पर प्रस्ताव बनाकर पानी की टंकी लगायी जाए। ग्रामीणों ने अपील की है कि पानी की टंकी के लिए उनके पूर्वजों की कब्रें ना खोदवाई जाएं। सड़क किनारे भी कई जमीन है उन जमीनों पर पानी की टंकी लगाया जाए। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए एसडीएम फूलपुर ने प्रधान पति राजबहादुर यादव लेखपाल सोनू गिरी की उपस्थिति में ग्रामीणों के साथ बैठक किया। इसमें निर्णय हुआ कि ग्रामीणों की भावनाओं को देखते हुए गांव में दूसरी जमीन का चयन किया जाय। काफी तलाश के बाद राजस्व टीम ने एसडीएम को बताया कि गाटा संख्या 22 नवीन परती के नाम से दर्ज है। पानी की टंकी के लिए आवश्यक जमीन से अधिक भी है। एसडीएम ने तत्काल राजस्व टीम से भूमि का सर्वे कराकर गाटा संख्या 22 में टंकी के निर्माण की अनुमति दी है।
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ग्रामीणों की भावनाओं को देखते हुए इस पर विचार किया गया। गांव में ही गाटा संख्या 22 पर पानी की टंकी के निर्माण की सहमति बनी है। अब गाटा संख्या 314 की जगह गाटा संख्या 22 पर पानी की टंकी का निर्माण कराया जाएगा।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय