आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नगर के गुरुघाट स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर में चल रहे श्रीमद भागवत पाठ में कथा वाचिका साध्वी उर्मिला ने कहा कि धर्म के मूल में जीव कल्याण की भावना है। उन्होंने कहा कि मानव सेवा और परोपकार सबसे बड़ा धर्म है। लोगों को अपनी जिम्मेदारी को सम्यक ढंग से पूरा कर समाज के लिए योगदान देना चाहिए। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने निष्काम कर्म करने का उपदेश दिया है, मनुष्य को अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ता है। इसके बाद कथा को विश्राम दिया गया। अंत में भागवत की आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर सुभाष चंद्र तिवारी कुंदन, महंत संजय कुमार पांडेय, शुभम पांडेय, गौतम सोनकर, अभय पांडेय, श्याम पांडेय आदि लोग रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार