आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। लक्ष्मी पूजा दीपावली पर्व पर कस्बे में स्थापित प्रतिमाएं बुद्धवार को देर रात गाजे- बाजे के साथ विसर्जित कर दी गयी। ध्वनि विस्तारक यंत्रो की प्रतिस्पर्धा खूब रही। डीजे इतनी तेज आवाज से बजाये जा रहे थे कि जवानों की धड़कने बढ़ जा रही थी तो वहां के बुजुर्गो का क्या हाल हुआ होगा।
लक्ष्मी पूजा समाप्त होने के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान रानीकीसराय बाजार में ध्वनि विस्तारक यंत्रों की प्रतिस्पर्धा करायी गयी। हाई कोर्ट द्वारा डीजे पर लगाये गये प्रतिबंध के बाद भी रानीकीसराय बाजार में पुलिस की संरक्षण में डीजे की प्रतिस्पर्धा करायी गयी। डीजे इतनी तेज आवाज से बजाये जा रहे थे कि लोगों की धड़कने तेज हो जा रही थी। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि ये डीजे कलेजे को चीर देगें। सबसे बड़ी बात यह कि इतने तेज ध्वनि से डीजे बजाने की इजाजत किसने दी जब जवानों का बुरा हाल था तो बुजुर्गो व मरीजों का क्या हाल हुआ होगा। जब कि यह प्रतियोगिता बीच नगर में बस्तियों के बीच करायी गयी। सबसे बड़ी बात कि यह डीजे प्रतिस्पर्धा प्रतियोगिता पुलिस की संरक्षण में कराया गया। पुलिस तमाशबीन बनकर पूरे कार्यक्रम को देखती रही।