ठेकमा आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। महिला आरक्षण बिल पर बोलती हुई लालगंज सांसद संगीता आजाद ने कहा कि यह बिल आने से देश की महिलाओं को नई ऊर्जा मिलेगी महिलाएं अपने को और सम्मानित और सुरक्षित महसूस करेगीं।
संसद में पेश हुए महिला आरक्षण विधेयक 2023 पर बोलते हुई लालगंज की सांसद संगीता आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा महिला आरक्षण बिल को सदन के पटल पर रखा गया जिसकी मांग दशकों से थी और कई बार बहुजन समाज पार्टी व मेरे द्वारा यह बिल सदन के पटल पर रखा गया था। यह बिल सदन में पेश हुआ मैं और मेरी पार्टी पूरे दिल से इस विधेयक का समर्थन करती है। यह बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की देन है और उनकी आधुनिक और प्रगतिशील सोच का नतीजा है कि संविधान जब रचा वहीं उन्होने देश के सर्व समाज की महिलाओं जिनका पढ़ने लिखने एवं धन सम्पत्ति रखने का अधिकार नहीं था उनको संविधान के माध्यम से सम्मान देने का काम किया। यह बिल आने से देश की महिलाओं को नई ऊर्जा मिली महिलाएं अपने को और सम्मानित और सुरक्षित महसूस करेगीं। यह बिल महिलाओं को राजनितिक क्षेत्र में प्रवेश करने और उत्कृष्टता हासिल करने के लिए अवश्य प्रोत्साहन प्रदान करेगा। यह न केवल प्रेरित करेगा बल्कि रुढ़िवादिता को चुनौती देगा। यह बिल नेतृत्व कौशल विकसित करेगा और साथ ही एक सहायक वातावरण तैयार करेगा जहां महिलाएं आगे बढ़ सकें।
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महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण के बजाया 50 प्रतिशत आरखण देना चाहिए
आजमगढ़। अपने सम्बोधन में लालगंज सांसद संगीता आजाद ने कहा कि जनसंख्या के अनुपात के हिसाब से 1000 पुरुष के सापेक्ष 1020 महिलाएं हैं इसलिए लोकसभा व राज्य की विधानसभा में 33 प्रतिशत के बजाय 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए। इस आरक्षण को राज्य की विधान परिषदों में भी लागू करना चाहिए। महिला आरक्षण में एससी एसटी के साथ ओबीसी वर्गो की महिलाओं का आरक्षण अलग से सुनिश्चित किया जाना चाहिए क्योकि जब तक समाज में असमानता रहेगी तब तक आरक्षण लागू करना अनिवार्य रहेगा।
रिपोर्ट-एमके राय