आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पुरानी कोतवाली में चल रही श्री रामलीला में कलाकारों ने श्रीराम विवाह, कलेवा और सीता विदाई का जीवंत मंचन किया। सीता जी की विदाई देख दर्शकों की आंखे छलछाला गई। वहीं दर्शकों द्वारा लगाए जा रहे जयकारों से वातावरण राममय हो गया था।
श्रीरामलीला की शुरूआत भगवान की आरती के बाद हुआ। श्रीरामलीला मंचन के क्रम में सीता स्वयंवर के बाद राजा जनक अपनी पुत्री सीता के विवाह की तैयारियों में जुट जाते हैं। जनकपुर को फूल-मालाओं से सजाया जाता है। बाद में विधि-विधान से श्रीराम और सीता जी का विवाह होता है। इस दौरान आकाश से देवी-देवता पुष्पों की वर्षा करते हैं। श्रीराम विवाह के दौरान विवाह गीतों की प्रस्तुति कर कलाकारों ने श्रद्धालुओं को खूब गुदगुदाया। इसके बाद समिति के घराती बने कार्यकर्ताओं ने श्रीराम सहित अयोध्या से आए बारातियों को स्वादिष्ट भोजन खीर, पूरी आदि का स्वाद चखाया जिससे बाराती गदगद हो उठे। कार्यक्रम का संचालन समिति के संयोजक विभाष सिन्हा ने किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार