धरने पर बैठे पीड़ितों को प्रशासन ने जबरन हटाया

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जमीनी विवाद को लेकर जिला मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में एक पीड़ित परिवार दो दिन से धरने पर बैठा हुआ था। जहां पहले दिन इनकी सुधि लेने कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। वहीं दूसरे दिन धरना स्थल पहुंचे आलाधिकारी सुधि लेने की बजाय पीड़ितों के साथ सख्ती से पेश आए।
मामला निजामाबाद तहसील के मुईया मकदूमपूर गांव का है। गांव निवासिनी पीड़िता निर्मला देवी अपने पति रामनवल और परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर डीएम कार्यालय के सामने पार्क में धरने पर बैठ गई थी। निर्मला ने आरोप लगाते हुए बताया कि गांव के ही एक दबंग द्वारा स्थानीय तहसील के एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल और थानाध्यक्ष को अपने प्रभाव में लेकर उसकी सड़क किनारे की बेशकीमती जमीन पर अवैध निर्माण कर जबरन कब्जा कर लिया है। जबकि उक्त मामले में न्यायालय से स्थगन आदेश भी है। पीड़िता ने बताया कि इस मामले में जब उसे थाने व तहसील से न्याय नहीं मिला तो वह थकहार कर जिलाधिकारी से न्याय की आश में धरने पर बैठी थी। लेकिन यहां से भी उसे जबरदस्ती हटा दिया गया। एसडीएम की मौजूदगी में सीओ सिटी गौरव शर्मा के नेतृत्व में शहर कोतवाल शशि मौली पांडेय पुलिस बल लेकर पीड़ितो को धरना स्थल से जबरदस्ती उठा ले गए। बाद में आलाधिकारियों द्वारा उन्हें आश्वाशन देकर घर भेज दिया गया। फिलहाल अभी पीड़ित को इस मामले में न्याय नहीं मिला है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार

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