आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा के निर्देश पर परिषदीय विद्यालयों के मर्जर, पेयरिंग के विरोध में जिला इकाई आजमगढ़ के पदाधिकारियों सहित सैकड़ों शिक्षकों ने मंगलवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
धरने की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष अभिमन्यु यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जन विरोधी सरकार शिक्षा को निजी हाथों को सौंपना चाहती है। परिषदीय विद्यालयों के मर्जर का आदेश समाज के गरीब एवं शोषित बच्चों के सपनों को तोड़ने वाला है। मांडलिक संगठन मंत्री अतुल कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालयों को मर्ज करना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। उत्तर प्रदेश की सरकार शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के प्राविधानों के खिलाफ कार्य कर रही है। परिषदीय विद्यालयों के मर्जर के परिणाम स्वरूप प्रदेश के लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित हो जायेंगे।
जिला कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार उपाध्याय ने कहा कि सरकार परिषदीय विद्यालयों को तोड़ने की साजिश कर रही है। सरकार के इस निर्णय से हजारों रसोइयों की नौकरी खत्म हो जाएगी और उनका परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएगा।
धरने को संगठन के संयुक्त मंत्री आशुतोष कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रिय सिंह, महासंघ के अध्यक्ष अवधेश त्रिपाठी, मनोज कुमार त्रिपाठी ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षक संघ जिलमंत्री विजय सिंह, अरविंद तिवारी, मधुकर पाठक, दिनेश चंद्र पांडेय, राकेश मणि त्रिपाठी, राजेन्द्र प्रसाद यादव, योगेन्द्र यादव, रघुवीर सिंह, हृदयनाथ सिंह, बृजेश पाठक, सुरेन्द्र यादव, बृजनाथ यादव, विकास यादव, विपिन प्रजापति, रणजीत शर्मा, रमाकांत यादव, नवीन पांडेय, अश्वनी सिंह, कमलेश यादव, आलोक राय, इन्द्रसेन सिंह, संतोष सिंह, अखिलेश चौबे आदि उपस्थित रहे। संचालन विकास गुप्ता ने किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार