अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विद्यालयों के मर्ज़र, पेयरिंग जैसे निर्णय के विरोध में ब्लाक अतरौलिया के शिक्षकों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। यह प्रदर्शन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी और जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आह्वान पर किया गया। इससे पहले, 27 जून को जिला मुख्यालय स्थित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा था। उसी क्रम में आदेश वापसी तक शिक्षक विरोध जताने के लिए काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करते रहेंगे।
ब्लाक संगठन मंत्री जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि विद्यालयों के मर्ज़र से सबसे अधिक नुकसान गरीब, अनपढ़, किसान और मजदूर परिवारों के बच्चों को होगा। उन्होंने कहा कि जब विद्यालय दूर होंगे, तो अभिभावक अपनी बच्चियों को सुरक्षा की दृष्टि से नहीं भेजेंगे, जिससे वे शिक्षा से वंचित हो जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिए यह निर्णय शिक्षा के द्वार बंद करने जैसा है।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय पकरडीहा और यूपीएस अतरौलिया समेत कई विद्यालयों में शिक्षकों ने इस निर्णय के खिलाफ एकजुट होकर विरोध जताया। आगामी 10 जुलाई को अपराह्न 2 बजे ब्लाक संसाधन केंद्र (बीआरसी) पर एक धरना प्रदर्शन का आयोजन सुनिश्चित किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सरकार को विरोध दर्ज कराते हुए पुनः ज्ञापन सौंपा जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान शिक्षक सौरभ कुमार सिंह, तारावती, प्रियम्बदा सिंह, मीता देवी, बखेडू कुम्हार, सुभाष यादव, गणेश भार्गव, अजय वर्मा, विजय सिंह, बृजेश त्रिपाठी, अजीजुर्रहमान, महेंद्र तिवारी, जनार्दन सिंह, ओंकार यादव, जयराम बर्मा, शशिकला, रमेश वर्मा, विनायक यादव, राकेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-आशीष निषाद