गुरुजनों के समक्ष झुकाया शीश, मिला सदैव आगे बढ़ने का आशीष

आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ’गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागूं पायं, बलिहारी गुरु आपनो गोविंद दियो बताय’। शिक्षक…