आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग कीे उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने जिला महिला चिकित्सालय के समस्त वार्डाे, आपरेशन थियेटर आदि का निरीक्षण किया। वार्ड में उपस्थित मरीजों द्वारा बाहर से जांच कराने की शिकायत की गयी। साथ ही साथ नार्मल डिलीवरी के सापेक्ष सिजेरियन डिलीवरी काफी मात्रा मंे पायी गयी। मरीज के संवाद से पता चला की ऑपरेशन के समय उनसे तीन से पांच हजार रुपये या अधिक धनराशि लिये जाते हैं। शौचालय गंदे दिखायी दिये और वेसिन टूटे फूटे मिले। उपस्थिति रजिस्टर में डाक्टर समय पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं। दवाईयां बाहर से लिखी जाती हैं। कई महिलाओं के अल्ट्रासाउण्ड बाहर से कराने केे लिए बोलते हैं। रेडियोलॉजी डाक्टर की कमी है।
उन्होंने त्रुटियों को तत्काल निराकरण करने के लिए सीएमएस को निर्देश दिया। इसके उपरान्त ऑगनवाड़ी केन्द्र जमालपुर पल्हनी का निरीक्षण किया। बच्चो से शिक्षा के बारे में जानकारी ली। साथ ही 3 बच्चों के अन्नप्राशन तथा 3 महिलाओं की गोद भरायी का कार्यक्रम सम्पादित किया। ऑगनवाड़ी की व्यवस्था पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ करने हेतु निर्देशित किया।
इसके बाद वन स्टॉप सेन्टर का निरीक्षण किया। उन्होंने अल्पवास में उपस्थित 4 पीड़िताओं से वार्ता की। साफ-सफाई सुव्यवस्थित मिली तथा उपस्थिति पंजिका निरीक्षण में सभी कर्मचारी उपस्थित मिली। पीड़िता सरगम गुप्ता को नारी निकेतन भेजने तथा उसकी पढ़ाई लिखाई कराने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर सीएमएस विनय कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी हेमन्त कुमार सिंह, परियोजना अधिकारी अशरार अहमद, वन स्टॉप सेन्टर से केंद्र प्रबंधक सरिता पाल, केश वर्कर ममता यादव, प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर संजय कुमार शाही, नोडल के रूप में जिला प्रोबेशन अधिकारी डीसी त्रिपाठी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल