आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने पत्र प्रतिनिधियों से वार्ता में बताया कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय को निष्प्रयोज्य घोषित कराया गया है यह बिल्डिंग काफी पुरानी हो गयी थी।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि आम जनमानस जो अपनी समस्या लेकर आते हैं उनकी सुविधाओं के लिए यहां पर एक नया पुलिस कार्यालय बनाने के लिए प्रस्तावित है। उसके पहले निष्प्रयोज्य कराने की एक कार्यवाही होती है जिसे निष्प्रयोज्य कराया गया है। जनता की सुविधाओं के दृष्टिगत रखते हुए पुलिस लाइन परिसर में एक नया वैरिक बना है उसके पहले और दूसरे फ्लोर पर पुलिस आफिस को शिफ्ट किया गया है। यहीं पर जो शिकायत है उसकी सुनवाई होगी और उसका समाधान भी किया जायेगा। यही पर पुलिस कार्यालय के जितने भी अंग हैं उन्हे शिफ्ट किया गया है। जन मानस की जो भी समस्या है वह यहीं पर आकर अपनी समस्या का समाधान करायें।
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गांवों में लगाये जायेगें सीसी टीवी कैमरे
आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि अपराध नियंत्रण एवं जमीनी सुरक्षा के लिए सीसी टीवी कैमरा बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है इसके लिए सभी थानों पर ग्राम प्रधानों के साथ बैठक की गयी है। जिसमें लगभग 1004 ग्राम प्रधानों ने प्रतिभाग किया। बैठक में ग्राम प्रधानों को प्रेरित किया गया कि वह अपने-अपने ग्राम सभाओं में सीसी टीवी कैमरा लगवाएं इसके सम्बंध में साशनादेश भी आया है कि इसमें ग्राम प्रधान सहयोग कर सकते हैं और पुलिस के साथ मिलकर पुलिस सुरक्षा की दृष्टि से चिन्हांकन करें कि कहां कहां कैमरा लगाना आवश्यक है। उन्होने कहा कहीं अगर स्कूल है, रास्ता है बाजार है जहां लोगों का आवागन ज्यादा है ऐसे स्थानों पर सीसी टीवी कैमरा लगाया जाय। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कहा कि इसके लिए एक अभियान चलाया जायेगा और कैमरों की डेली मानिटरिंग की जायेगी। पुलिस विभाग द्वारा चार हजार स्थानों पर कैमरे लगाने का रिकार्ड मेनटेन है। उन्होने कहा हमारा प्रयास है कि पूरे जनपद में लगभग दस हजार सीसी टीवी कैमरे लगाये जाय।
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संबेदनशील जगहों पर प्रशासन की रहेगी पैनी नजर
आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि बारावफात को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। पूरे जनपद में जहां आवादी वाले क्षेत्र हैं वहां पीकेट टीम की व्यवस्था की गयी है। एक कम्पनी पीएसी की स्ट्रा फोर्स मिली है। संबेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की निगरानी टीमों का गठन किया गया है। स्पेशल टीम का भी गठन किया गया है कहीं आवश्यकता पड़ती है तो वहां टीमों को लगाया जायेगा। एसएचओ दंगा नियंत्रण टीमों के साथ क्षेत्र मेें भ्रमण करते रहेगें।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार