आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। थाना निजामाबाद पर नियुक्त उपनिरीक्षक कन्हैया लाल मौर्या द्वारा महिला को अभियुक्त हाफिज अरमान के कब्जे से मुक्त कराते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार करने हेतु पुलिस अधीक्षक ने 15 हजार रूपये का नकद पुरस्कार; प्रशस्ति पत्र व माह जनवरी के सर्वश्रेष्ठ विवेचक की ट्राफी से सम्मानित किया।
उपनिरीक्षक कन्हैया लाल मौर्या थाना निजामाबाद द्वारा विवेचनात्मक कार्यवाही में संकलित साक्ष्यों व साईबर, सर्विलांस सेल से प्राप्त जानकारी के आधार पर नामजद आरोपी पीड़िता को जनपद गोरखपुर में अभियुक्त हाफिज अरमान पुत्र अब्दुल खालिक निवासी अमरुतानी बाग रसूलपुर थाना गोरखपुर जनपद गोरखपुर के कब्जे में पाया। दौरान विवेचना प्रकाश में आया कि पीड़िता एक मोबाइल ऐप्प के माध्यम से हाफिज अरमान से जुड़ी जिसने फर्जी आइडी बनाकर पीड़िता से दोस्ती कर लिया तथा पीड़िता का नम्बर ले लिया। बहाना बनाकर पीड़िता से कई बार में कुल 6 लाख 80 हजार रुपये अपने खाते में ट्रान्सफर करा लिया था। पैसा वापस मांगने पर बहला फुसलाकर गोरखपुर बुला लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता को हाफिज अरमान के कब्जे से मुक्त कराते हुए हाफिज अरमान को गिरफ्तार कर विवेचना को निस्तारित किया गया है। उपनिरीक्षक कन्हैया लाल मौर्या द्वारा विवेचना के निस्तारण में उत्कृष्ठ योगदान के लिये पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा सोमवार को 15 हजार रूपये नकद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र व माह जनवरी के सर्वश्रेष्ठ विवेचक की ट्रॉफी प्रदान किया गया है।
रिपोर्ट-सुबास लाल