आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा अपराध गोष्ठी आयोजित कर जनपद में सुदृढ़ कानून व्यवस्था व अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने हेतु कृत कार्यवाहियों की समीक्षा की गयी। गोष्ठी में अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेंद्र लाल, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल रूसिया व समस्त क्षेत्राधिकारी, प्रभारी निरीक्षक, थानाध्यक्ष उपस्थित रहे।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक श्री आर्य ने बताया कि विगत 3 वर्षों के अपराध व निरोधात्मक कार्यवाही की समीक्षा की गई। थानों पर जनसुनवाई को सम्यक बनाये जाने व जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया। थाना स्तर पर चिन्हित टॉप-10 सक्रिय अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही की समीक्षा की गयी। विगत माह के लम्बित विवेचनाओं से संबंधित समीक्षा कर निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया गया है। जनवरी माह में निरोधात्मक कार्यवाही न करने व चोरी की घटनाओं का खुलासा न होने पर प्रारम्भिक जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व थाना प्रभारी सिधारी द्वारा जनवरी माह में निरोधात्मक कार्यवाही न करने, गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर एक्ट में कार्यवाही न करने पर प्रारम्भिक जांच के आदेश दिए गए है। जांचोपरांत दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी। सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
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गोष्ठी में दिये गये निर्देश
आजमगढ़। अपराध गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने पशु चोर, नकबजन, वाहन चोर के खिलाफ सत्यापन अभियान चलाये जाने का निर्देश दिया। उन्होंने अवैध शराब के निष्कर्षण, परिवहन, बिक्री के खिलाफ कार्यवाही करने, कुख्यात अपराधियों द्वारा अवैध रूप से अर्जित की सम्पत्ति को चिन्हित करने, अपराधिक प्रवृत्ति वाले व्यक्तियों के खिलाफ गुण्डा, गैंगस्टर व हिस्ट्रीशीट की कार्यवाही करने, व्यापारिक प्रतिष्ठान की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में व्यापारियों के साथ गोष्ठी करने, संवेदनशील स्थानों पर भी सीसीटीवी कैमरा लगवाने, गोवध, तस्करी, बिक्री पर प्रभावी अंकुश लगाने, लम्बित विवेचनाओं का निस्तारण प्रथमिकता के आधार पर करने आदि का निर्देश दिया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार