अन्य क्षेत्र में किया गया पाप, धर्म क्षेत्र में हो जाता है नष्ट

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लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। लालगंज में चल रही पंच दिवसीय श्री शिव कथा का समापन तीन अगस्त को होगा। कथावाचक कौशल किशोर जी महाराज ने कथा करते हुए बताया कि अन्य क्षेत्र में किया गया पाप धर्म क्षेत्र में नष्ट हो जाता है। और धर्म क्षेत्र में किया गया पाप तो बज्र लेख के समान होता है। कर्म प्रधान विश्व करि राखा। कर्म सबको करना पड़ता है। मनु और शतरूपा ने भगवान से उनके जैसा पुत्र का वरदान मांगा था। भगवान ने उनके बंश में अंशन सहित मनुज अवतारा का वरदान दिया था। फिर भी राजा दशरथ को पुत्र प्राप्ति हेतु यज्ञ करना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि भगति सहित मुनि आहुति दीन्ही। पुत्रेष्टि यज्ञ के बाद ही राजा दशरथ को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। भगवान भोलेनाथ ने अपने आराध्य देव भगवान राम की सेवा के लिए अंशन सहित हनुमान के रूप में अवतार लिया। हनुमान जी का सेवा भाव सर्व श्रेष्ठ है। भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होने पर सब कुछ देते हैं।
इस अवसर पर आरएसएस के जिला प्रचारक आलोक, कार्यक्रम के संयोजक उमाशंकर मिश्र, ओम प्रकाश सिंह पूर्व प्रधानाचार्य तिलखरा, चीनी मिल संघ लिमिटेड के उप सभापति ऋषिकांत राय, दी बार एसोसिएशन लालगंज के अध्यक्ष नगेंद्र सिंह, डॉ.ज्वाला प्रसाद गुप्त, संजय जायसवाल, आचार्य कृष्ण मुरारी मिश्र, निर्भय गाज़ीपुरी, प्रीतेश, शिवाजी आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद

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