आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिगरसण्डी में चल रहे नौ दिवसीय श्री मारूति महायज्ञ का रविवार को ब्राह्मणों द्वारा वैदिक रीति से हवन के साथ पूर्णाहुति की गई। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण एवं देवी-देवताओं के जयकारों से समूचा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। भारी संख्या में भक्तजनों ने यज्ञ मण्डप की परिक्रमा कर पुण्य अर्जित किया।
यज्ञ समिति के अध्यक्ष श्री श्री 1008 स्वामी रामकृष्ण महाराज ने कहा कि यज्ञ से वायुमण्डल शुद्ध और पवित्र होता है। जिससे आम लोगों के तन-मन के विभिन्न विकार दूर होते हैं। साथ ही मानव कल्याण का भागी बनता है। प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो इसी उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए यह नौ दिवसीय मारूति महायज्ञ का आयोजन किया गया है, जो नौवें दिन पवन पुत्र हनुमान जी के प्रतिमा अनावरण के साथ सम्पन्न हुआ। आगंतुकों के प्रति महाराज ने आभार जताया। महायज्ञ में मथुरा-वृन्दावन की रासलीला श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही। अंत में श्रद्धालुओं ने भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर एडीएम प्रशासन अनिल मिश्र, पं.सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन, ओंकार शर्मा, महंत अंगद दास जी महाराज, ओमप्रकाश दुबे, रणधीर सिंह, मंहत संजय पांडेय, मंगल दास जी महाराज, शम्भु दास, आरके त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार