लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय तहसील के बसही इकबालपुर निवासी अबू सालिम के पुत्र मुहम्मद फुज़ैल के सात वर्ष की उम्र में पवित्र कुरान का नाज़रा मुकम्मल करने पर एक संक्षिप्त समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें नाज़रा मुकम्मल कराने वाले अध्यापक हाफिज मोहम्मद आदिल ने कहा कि घर की तालीम का बच्चों पर काफी असर पड़ता है। जिस घर में शिक्षा का माहौल होता है या जहां माता-पिता शिक्षित होते हैं, उनके बच्चे भी उसी प्रवृत्ति के हो जाते हैं। उन्होंने कहा शिक्षित बच्चे अपने माता-पिता का सम्मान तो करते ही हैं, आगे चलकर अपने माता-पिता का नाम भी रोशन करते हैं। ऐसे शिक्षित परिवार को क्षेत्र के लोग भी सम्मान की दृष्टि से देखते हैं।
उन्होंने कहा कि आज लोग कुरान की तालीम और धार्मिक शिक्षा से बेखबर होते जा रहे हैं, लेकिन समय की मांग है कि आधुनिक शिक्षा के साथ धार्मिक शिक्षा को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए। अन्यथा, हमारे बच्चे और उसके बाद की आने वाली पीढ़ी धार्मिक ज्ञान से अनभिज्ञ हो जाएगी तथा धार्मिक अज्ञानता आम हो जाएगी। इससे माता-पिता के अधिकार और अन्य अधिकारों की अनदेखी के कारण घर का माहौल खराब हो जाएगा। अल्लाह और उसके रसूल से दूरी के कारण दिल में डर पैदा नहीं होता और जब तक दिल में अल्लाह का डर नहीं होगा, तब तक क्या जायज़ है और क्या नाजायज़, इसकी कोई चिन्ता नहीं होगी। इसलिए अपने बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ धार्मिक शिक्षा देने में संकोच न करें। मोहम्मद फुजैल के दादा जफरूल इस्लाम, बड़े पिता मुहम्मद अजवर आदि ने मुबारकबाद दी।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद