संजरपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। क्षेत्र के जय गुरुदेव आश्रम खानपुर में आयोजित तीन दिवसीय सत्संग समारोह के दूसरे दिन उपदेशक मृत्युन्जय झा और सन्त राम चौधरी ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित किया। मृत्युन्जय झा ने बताया कि यह संसार सरायखाना है। इसमें सबसे बुद्धिमान व्यक्ति वह है जो यह जानने की कोशिश करता है कि यहां की कौन सी चीज हमारे साथ जायेगी और उसकी तैयारी में लग जाता है। महापुरुषों के सत्संग में इस बात की जानकारी कराई जाती है कि यह शरीर कुछ समय के लिये मिला हुआ है। इसलिये समय रहते अपनी जीवात्मा के कल्याण के लिये सत्गुरु की खोज करनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि संसार की वस्तुएं समय के अनुसार कर्म करने से मिलती रहेंगी लेकिन भजन करने से ही आत्म कल्याण होगा।
सन्त राम चौधरी ने बताया कि सन् 1970 के दशक में बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने जनता को जागरुक और आने वाले खराब समय से बचने के लिये अनेक भविष्यवाणियां की थी जिसमें कुछ घटित हो चुकी हैं और आगे घटित होंगी। बाबा जी ने समाज के सभी वर्गों की खुशहाली के लिये ईश्वर से प्रार्थना किया। जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष पूज्य पंकज जी महाराज पूर्वांचल एक्सप्रेस से अप. 4.00 बजे फुलवरिया कट पहुंचे जहां श्रद्धालुओं ने फूल माला के साथ उनके काफिले का स्वागत किया। काफिला माहुल, अम्बारी, जीवाझारी, फूलपुर, जगदीशपुर, खरेवा मोड़, सरायमीर, पवईलाडपुर, खानपुर पंचायत इंटर कालेज होते हुए जयगुरुदेव आश्रम खानपुर पहुंचा। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह फूल-मालाओं से स्वागत कर उनका दर्शन किया।
रिपोर्ट-राहुल यादव