अंजानशहीद आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील क्षेत्र के बैजाबारी गांव में फर्जी तरीके से सपा कार्यकाल में ग्राम समाज की सड़क किनारे करोड़ों की जमीन को स्थानांतरित कर बेकार भूमि दी गई थी। उप जिलाधिकारी राजीव रतन सिंह ने भू माफिया पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पुनः करोड़ों की कीमती सरकारी भूमि को नवीन परती घोषित किया। वही भूमाफिया के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के लिए निर्देशित किया।
बैजाबारी गांव में लाटघाट रौनापार सड़क के किनारे वर्ष 2012 में सपा कार्यकाल के दौरान लगभग 10 बिस्वा सरकारी भूमि को तात्कालीन ग्राम प्रधान दशी राम द्वारा रामकुबेर पुत्र भीम निवासी बैजाबारी को भूमि हस्तांतरित की गई थी। उनसे उसके बदले में गांव में 7 बिस्वा भूमि ली गई थी। सपा नेता सूर्यभान यादव के दबाव में फर्जी तरीके से सरकारी भूमि स्थांतरित की गई। भूमि स्थांतरित होने के उपरांत राम कुबेर के नाम से खतौनी में दर्ज हो गई। एक साल पूर्व बैजाबारी ग्राम प्रधान व भूमि प्रबंध समिति के अध्यक्ष पार्वती देवी पत्नी लालू राम के संज्ञान में आने पर उपजिलाधिकारी सगड़ी न्यायालय में अपील की गई जिसमें उपजिलाधिकारी सगड़ी राजीव रतन सिंह ने फर्जी तरीके से दबाव में स्थानांतरित भूमि को निरस्त करते हुए पुनः सरकारी भूमि नवीन परती के नाम से दर्ज करने के लिए आदेश दिया। उप जिलाधिकारी के आदेश से करोड़ों की कीमती सरकारी भूमि को भू-माफिया के द्वारा दबाव बनाकर फर्जी तरीके से अपने नाम खतौनी में दर्ज कराने का मामला उजागर हुआ।
रिपोर्ट-फहद खान