माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। उपजिलाधिकारी फूलपुर संत रंजन श्रीवास्तव सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत पर शनिवार देर शाम राजस्व टीम के साथ इमामगढ़ गांव पहुंचे। उन्होंने सरकारी जमीन की मापी कराने के बाद अवैध कब्जा हटवाते हुए उक्त भूमि में पौधरोपण करा दिया।
गुमकोठी ग्रामसभा के राजस्व ग्राम इमामगढ़ में गाटा संख्या 170 राजस्व अभिलेखों में उसर दर्ज है। यह भूमि माहुल पवई जाने वाली सड़क से सटी हुई है। गांव के ही माता प्रसाद पांडेय आदि ने उक्त भूमि के बगल में प्लाटिंग कर रहे लोगों पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाते हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस पर फूलपुर पहुंच कर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिया था, और प्लाटिंग कर रहे लोगों पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया था।
शिकायत को संज्ञान में लेते हुए उपजिलाधिकारी क्षेत्रीय लेखपाल महताब आलम, पंकज कुमार और सुग्रीव तिवारी के साथ पहुंच कर उक्त भूमि की मापी कराई और उसे कब्जा मुक्त कराते हुए जेसीबी से खोदाई करा कर उसकी मेड़बंदी करवाया तथा उक्त भूमि में पाकड़, बरगद, पीपल, शीशम आदि के 100 छायादार वृक्षों का पौधरोपण कराया। पौधरोपण के बाद इन रोपित पौधों को ग्राम प्रधान दिनेश यादव को सौंपते हुए इनको संरक्षित करने का निर्देश दिया।
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शिकायतकर्ता ने राजस्व टीम पर समय से सूचना न देने का लगाया आरोप
माहुल (आजमगढ़)। एसडीएम संत रंजन श्रीवास्तव जब सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटवाने के लिए शनिवार देर शाम इमामगढ़ गांव पहुंचे। उस समय शिकायतकर्ता माता प्रसाद पांडेय आदि मौजूद नहीं थे और बारात में कही गए थे। रविवार सुबह आने के बाद उन्होंने यह कहा कि राजस्व विभाग ने समय से यदि सूचना दिया होता तो ग्रामवासी भी मौजूद रहते। एसडीएम द्वारा पौधरोपण तो कराया गया पर प्लाटिंग कर रहे लोगों को रास्ते आदि के लिए कुछ जमीन छोड़ दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि गांव में पहुंचने के बाद एसडीएम ने उन्हें फोन किया। उस समय वे बारात में गए थे। फोन से बात करते समय एसडीएम की भाषा संयमित नहीं थी।
रिपोर्ट-श्यामसिंह