आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के उत्तरी छोर पर बहने वाली सरयू नदी की उफान एक बार फिर मंगलवार से थमने लगी है। जलस्तर में कमी का क्रम गुरुवार को भी बना रहा और लहरें 26 सेमी पीछे जाने के बाद जलस्तर 71.89 मीटर पर पहुंच गया। यानी खतरा निशान 71.68 मीटर से अभी 21 सेमी नदी ऊपर बह रही थी। बुधवार को जलस्तर 72.15 मीटर रिकार्ड किया गया था। जलस्तर घटने के साथ प्रशासन ने नावों की संख्या भी घटा दी है। मंगलवार तक चलने वाली 61 नाव की जगह बुधवार को 51, तो गुरुवार को 40 कर दी गई। अभी भी दर्जन भर गांवों के रास्ते पानी में डूबे हैं और लोगों को उसी से होकर आवागमन करना पड़ रहा है। कारण कि रोजमर्रा का सामान लेने के लिए बाजार का सफर हर किसी के लिए जरूरी है। खेतों में पानी होने के कारण हरे चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्रामीण महुला-गढ़वल बंधे के दक्षिण से अभी भी 5 से 6 किलोमीटर की दूरी तय करके पशुओं के लिए हरा चारा लेकर घर जा रहे हैं। हरैया विकासखंड के 20 विद्यालय अभी भी बंद हैं। इसमें से 6 विद्यालय परिसरों में पानी भरा हुआ है, तो 14 बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। देवारा खास राजा ग्रामसभा के झगरहवा का पुरवा, कोमल का पुरवा, बासू का पुरवा, बगहवा का पुरवा, चक्की हाजीपुर, लाला का पुरवा, पालकी का पुरवा, बांका, बूढ़नपट्टी, सोनौरा, अजगरा मगर्बी, अभ्भन पट्टी, भदौरा, शाहडीह सहित 18 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं जलस्तर कम होने के साथ झगरहवा, बगहवा और बासू का पुरवा में मध्यम गति से कटान शुरू होने से आसपास के लोग दहशत में हैं। इस बीच 52वें दिन भी तीन बैराजों से छोड़े गए 1,48,883 क्यूसेक पानी से बाढ़ का खतरा बरकरार है। जलस्तर में तीन महीने उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट दिख रहा है। किसी भी आपात स्थिति के लिए पीएसी की फ्लड कंपनी तैनात की गई है तो 10 बाढ़ चौकियां और 17 राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है।
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बाढ़ प्रभावित 18 गांवों के परिवारों को मिलेगा खाद्यान्न के साथ लाई-चना
आजमगढ़। सगड़ी तहसील के बाढ़ प्रभावित 18 गांवों के लोगों को देर से ही सही लेकिन अब प्रशासन की ओर से कुछ राहत मिलने वाली है। वितरित किए जाने वाले सामान को रामनगर कुकरौछी स्थित गंगा गौरी डिग्री कालेज में गुरुवार को उतारा गया। तहसीलदार विवेकानंद दुबे ने बताया कि वितरित किए जाने वाले राशन किट में 5 किलो लाई, 2 किलो भुना चना, 1 किलो गुड़, 10 पैकेट बिस्किट, एक पैकेट माचिस, मोमबत्ती, 2 नहाने का साबुन, 1 पैकेट नमक, 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो अरहर दाल, 10 किलो आलू और पानी के लिए 20 लीटर का जरीकेन दिया जाएगा।
रिपोर्ट-सुबास लाल