देवारा क्षेत्र के ग्रामीणों पर 10वीं बार सरयू की लहरों की आफत

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के उत्तर देवारा क्षेत्र के ग्रामीण एक बार फिर सरयू नदी की लहरों की आफत का सामना करने को विवश हो गए हैं। शुक्रवार को एक बार फिर बाढ़ की वापसी शुरू हुई तो 10वीं बार फिर उफान मारने लगी। 24 घंटे में नौ सेमी की वृद्धि के साथ जलस्तर खतरा निशान से मात्र 28 सेमी नीचे रह गया है। अचानक जलस्तर में वृद्धि को ग्रामीण बारिश और बाहर से पानी छोड़ने को कारण मान रहे हैं।
जमुआरी, बूढ़नपट्टी, बांका, चक्की, सोनौरा, बेलहिया सहित दर्जन भर से ज्यादा गांवों के रास्ते डूबने से आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जमुआरी सहित पांच स्थानों पर नाव का संचालन किया जा रहा है। हालांकि, रविवार को भी सरकारी स्तर पर यह बताने वाला कोई नहीं मिला कि वाकई कितनी नाव की व्यवस्था की गई है। गांवों के रास्तों पर पानी भरने से ग्रामीणों के सामने पशुओं के लिए हरे चारे की समस्या बढ़ने लगी है।
इस बीच 83वें दिन तीन बैराजों से 2,31,777 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ने लगी हैं। इस प्रकार अब तक 2,17,82,537 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। बीच में 18वें दिन 25 जुलाई, 55वें दिन 1 सितंबर, 66वें दिन 12 सितंबर व 79वें दिन 25 सितंबर को पानी नहीं छोड़ा गया था। राहत की बात यह कि चार गांवों के बाद सहबदिया में भी कटान अभी रुकी हुई है।
शनिवार को तीन सेमी से अधिक प्रति घंटे की रफ्तार से 79 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई थी, जबकि रविवार को रफ्तार काफी मंद रही और 24 घंटे में मात्र नौ सेमी की वृद्धि हुई। मुख्य गेज स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर है। शनिवार को 71.31 मीटर रिकार्ड किया गया, जबकि रविवार को 71.40 मीटर रहा। इस प्रकार नदी खतरा निशान से मात्र 28 सेमी नीचे बह रही थी।
रिपोर्ट-सुबास लाल

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