आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के देवारा क्षेत्र में बहने वाली सरयू (घाघरा) नदी की लहरें पांचवीं बार मंगलवार को फिर से बढ़ने लगी और 24 घंटे के अंदर जलस्तर में 15 सेमी की वृद्धि रिकार्ड की गई। हालांकि दो स्थानों पर होने वाली कटान अभी शुरू नहीं हुई है, लेकिन जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण ग्रामीणों की बेचैनी बनी हुई है।
जलस्तर बढ़ने के बाद भी अभही देवारा क्षेत्र के अभ्भनपट्टी, मानिकपुर, सोनौरा, जमुआरी आदि गांवों के रास्तों पर पानी चढ़ने की स्थिति नहीं है। धीरे-धीरे फिसलन भी समाप्त होने लगी है। इस बीच झगरहवा और बगहवा में कटान लगभग थम जाने से आसपास के लोगों ने राहत भी महसूस की है।
जलस्तर में रविवार से कमी दर्ज की जा रही थी। इस बीच उन्तीसवें दिन भी छोड़े गए 1,49,105 क्यूसेक पानी से अभी भी बाढ़ और कटान का खतरा बना हुआ है।
मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाला के पास जलस्तर खतरा निशान 71.68 मीटर से 42 सेंटीमीटर नीचे 71.26 मीटर रिकार्ड किया गया, जबकि सोमवार को यहां का जलस्तर 71.11 मीटर रिकार्ड किया गया था। आठ जुलाई से पानी छोड़ने का क्रम सोमवार को भी बना रहा। बीच में 25 जुलाई को पानी नहीं छोड़ा गया था। इस प्रकार अब तक 80,15,598 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बीच लगातार पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों की चिंता बनी हुई है।
फिलहाल प्रशासन ने भी जलस्तर में कमी से राहत महसूस कर रहा है, लेकिनि तीन महीने उतार-चढ़ाव के कारण अभी भी अलर्ट दिख रहा है। बचाव व राहत कार्य के लिए 10 बाढ़ चौकियों की स्थापना के साथ 14 स्थानों को राहत शिविर के लिए चयनित किया जा चुका है। बाढ़ खंड विभाग के साथ तहसील प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।
रिपोर्ट-सुबास लाल