आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तरी क्षेत्र में बहने वाली सरयू नदी के जलस्तर में लगातार कमी से अभी ग्रामीण राहत की सांस ले रहे थे कि अचानक 24 घंटे में 38 सेमी जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर बाढ़ के लौटने की चिंता सताने लगी है। इस बीच पहली बार 68वें दिन शनिवार को एक साथ 5,17,767 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से जलस्तर में नौवीं बार उफान शुरू हो गया है। ग्रामीणों का मानना है कि अगर इसी तरह से आगे भी कुछ दिन पानी छोड़ा गया, तो जलस्तर फिर खतरा निशान पार हो सकता है। कारण कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे 3,24,439 और शाम चार बजे 4,36,125 क्यूसेक मिलाकर दो बार में 7,60,564 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इस प्रकार अब तक 1,85,99,019 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है।
मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाले के पास खतरा निशान 71.68 मीटर है, जबकि शनिवार को यहां का जलस्तर खतरा निशान से 54 सेमी नीचे 71.14 मीटर था। यहां पर शुक्रवार को जलस्तर 70.76 मीटर रिकार्ड किया गया था। जलस्तर में कमी के साथ झगरहवा, बगहवा, बासू का पुरा, परसिया में कटान पहले ही रुक गई थी, जबकि सहबदिया में शनिवार को भी कटान जारी रही। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जलस्तर और बढ़ा तो बाकी के चार गांवों में भी कटान का खतरा बढ़ जाएगा। दूसरी ओर सितंबर महीने के अंत तक जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण भी ग्रामीणों की चिंता बनी हुई है। प्रशासन भी बाढ़ के आसन्न संकट को देखते हुए अलर्ट दिख रहा है। बचाव व राहत कार्य के लिए प्रशासन द्वारा 10 बाढ़ चौकियों की स्थापना के साथ 14 स्थानों को राहत शिविर के लिए चयनित किया जा चुका है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार